वैदिक का पलटवार, कहा, ‘कांग्रेस नेताओं से मेरे करीबी संबंध रहे हैं’

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नई दिल्ली। कुख्यात आतंकी हाफिज सईद और पत्रकार वेद प्रताप वैदिक की मुलाकात पर राजनीतिक घमासान बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए वैदिक ने कहा कि ‘मैं कभी आरएसएस का सदस्य नहीं रहा और ना ही किसी पार्टी से कभी जुड़ा। हां, कांग्रेस नेताओं से मेरे करीबी संबंध जरूर रहे हैं। नरसिम्हा राव मुझे काफी सम्मान देते थे। हाफिज से मुलाकात की मेरी कोई पूर्व योजना नहीं थी। मेरी यात्रा पूरी तरह निजी थी।’

सरकार ने दिया जवाब

इससे पूर्व इस मुलाकात को लेकर मंगलवार को लगातार दूसरे दिन हंगामा हुआ। लोकसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सरकार की स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि न तो सरकार को वेद प्रताप वैदिक ने आतंकी हाफिज सईद से मुलाकात की कोई जानकारी दी और न ही सरकार ने इस तरह की किसी मुलाकात में सहयोग किया। उन्होंने केंद्र सरकार पर लगाए जा रहे आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। विदेश मंत्री ने कहा पत्रकार की पाकिस्तान यात्रा से सरकार का कोई लेना-देना नहीं।

विदेश मंत्री के अलावा वित्त मंत्री अरुण जेटली, भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता वैंकेया नायडू, सांसद योगी आदित्यनाथ ने भी पत्रकार वैदिक की यात्रा को निजी बताया है।

राहुल गांधी का आरोप

राजनीतिज्ञों और पत्रकारों के एक दल के साथ पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट के बुलावे पर पाकिस्तान गए पत्रकार वेद प्रताप वैदिक ने दो जुलाई को मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज सईद से मुलाकात की थी। इस मुलाकात का खुलासा होने के बाद विपक्षी दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया। कांग्रेस की तरफ मोर्चा संभालते हुए पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने वेद प्रताप वैदिक को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का आदमी बताया। उन्होंने मुलाकात पर सरकार की स्थिति स्पष्ट करने की मांग की। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या भारतीय उच्चायोग ने पत्रकार से हाफिज सईद की मुलाकात कराई है?

आरएसएस का पलटवार

दूसरी तरफ आरएसएस ने भी राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए पत्रकार वैदिक को कांग्रेस का नजदीकी बताया। उनका दावा है कि पत्रकार वैदिक कांग्रेस नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंहा राव के खासे करीबी रहे हैं और यह भी जगजाहिर है कि नरसिंहा राव पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के नजदीकी रहे थे।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

इधर कांग्रेस ने सरकार की सफाई को नकार दिया। पार्टी प्रवक्ता शकील अहमद ने फिर दोहराया कि पत्रकार वैदिक संघ परिवार के बेहद नजदीकी है। उन्होंने कहा कि वैदिक उसी विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन से जुड़े हैं जिससे नृपेंद्र मिश्रा, पीके मिश्रा और अजित डोवाल जुड़े हैं। नृपेंद्र मिश्रा मोदी सरकार में मुख्य सचिव, पीके मिश्रा अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं जबकि अजित डोवाल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हैं।