इमालवा-भोपाल। अगले माह होने जा रहे नगरीय निकाय चुनावों के मद्देनजर 281 निकायों में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया है। 205 करोड़ के बजट के साथ होने जा रहे स्थानीय चुनावों के लिए प्रदेश में 54 हजार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनाें की मदद से मतदान कराया जाएगा।
इन निकायों में चुनावी तैयारियां पूरी होने की सूचना आयोग को प्राप्त हो गई है। आयोग ने संकेत दिए हैं कि चुनाव कार्यक्रम कभी भी घोषित हो सकता है। चुनाव की अधिसूचना जारी करने से पहले राज्य निर्वाचन आयुक्त आर परशुराम बुधवार को राज्यपाल रामनरेश यादव से मुलाकात कर सकते हैं।
प्रोटोकॉल के लिहाज से औपचारिक मुलाकात में राज्य निर्वाचन आयुक्त राज्यपाल को चुनाव कार्यक्रम से अवगत करा सकते हैं। इस बीच जबलपुर, छिंदवाड़ा में न्यायालयीन आदेश के बाद मतदाता सूची प्रकाशन कार्य भी रोक दिया गया है। वहीं मुरैना और भोपाल के परिसीमन पर लगाई गई आपत्ति के निराकरण तक सूची का प्रकाशन नहीं करने के निर्देश राज्य निर्वाचन आयोग ने कलेक्टर्स को दिए हैं।
जबलपुर, छिंदवाड़ा कलेक्टर्स तलब
परिसीमन कार्य में नियमों का पालन न होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने जबलपुर और छिंदवाड़ा कलेक्टर्स को मंगलवार को तलब किया है। आयोग ने संकेत दिए हैं कि इन जिलों में चुनाव तय कार्यक्रम के अनुसार दिसंबर में ही कराए जाएंगे।
इससे पहले न्यायालयीन आदेशों के तहत परिसीमन पर राज्यपाल का अनुमोदन शासन को अपने स्तर पर कराना होगा। दिसंबर में निकाय चुनाव का दूसरा चरण है, इस दौरान भोपाल नगर निगम के चुनाव कराए जाने की भी पूरी संभावना है।
आचार संहिता से राजधानी मुक्त
आयोग ने साफ किया है कि पहले चरण के लिए लागू होने वाली आचार संहिता से राजधानी सहित अनेक निकाय मुक्त रहेंगे। राज्य निर्वाचन नियमावली के तहत जिन निकायों में निर्वाचन की अधिसूचना जारी होगी, केवल उन्हीं क्षेत्रों में आचार संहिता प्रभावी मानी जाएगी।