भोपाल। व्यापमं घोटाले को लेकर एक दिन पहले कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को जोरदार जवाब दिया। उन्होंने साफ कहा कि अगर उन्हें नाम ही डलवाने होते तो उमा भारती का क्यों डलवाता? सीधे दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और सिंधिया का क्यों नहीं डलवाता? उन्होंने कहा कि अगर एेसे इस्तीफा देने लगा तो अब तक सौ बार इस्तीफा दे चुका होता। दरअसल, सोमवार को कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, सांसद कमलनाथ, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दूसरे नेताओं के साथ मीडिया के सामने आकर मुख्यमंत्री पर व्यापमं घोटाले के सबूतों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि एसटीएफ ने मुख्यमंत्री का नाम हटाकर उमाभारती और राजभवन का नाम जोड़ा था।
मुख्यमंत्री ने तलब किए मंत्री
दिन भर बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को शाम ७.३० बजे अपने निवास पर तलब किया। हालांकि ज्यादातर मंत्री क्षेत्र में हैं, एेसे में वह सुबह तक पहुंचेंगे, लेकिन खबर लिखे जाने तक बाबूलाल गौर, जयंत मलैया, भूपेंद्र सिंह और नरोत्तम मिश्रा मुख्यमंत्री निवास पर पहुंच गए थे।
मैंने ही जांच शुरू कराई
शिवराज ने कहा कि जो दस्तावेज कांग्रेस ने पेश किए हैं, उनकी विश्वसनीयता का कोई आधार नहीं है। कांग्रेस के लिए मैं सिरदर्द हूं, इसलिए इस तरह के धतकर्म करते रहते हैं। जबकि मैं ही वह शख्स हूं जिसने मामले की जानकारी मिलने के बाद निष्पक्ष जांच शुरू कराई थी। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मानहानि के दावे के बारे में विचार कर रहे हैं।
एसटीएफ क्यों खामोश?
कांग्रेस ने सबूतों में छेड़छाड़ करने का आरोप एसटीएफ पर लगाया है, लेकिन अहम बात यह है कि अब तक एसटीएफ ने इस मामले में अपनी तरफ से कोई बात करने की कोशिश नहीं की है।
विधानसभा सत्र आज से, हंगामे की संभावना
विधानसभा का बजट सत्र बुधवार से शुरू हो रहा है। इस बार विपक्ष के निशाने पर सत्ता पक्ष के साथ-साथ राज्यपाल भी हैं। एेसे में अभिभाषण के दौरान हंगामा होने की पूरी संभावना है।