रतलाम। दिल्ली चुनाव में करारी हार के बाद भाजपा नेता अब किरण बेदी को दोषी ठहराने से परहेज नहीं कर रहे। मंगलवार को यहां पत्रकारों से चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता थावरचंद गेहलोत ने कहा कि दिल्ली में भाजपा की हार के पीछे किरण बेदी भी एक कारण रहीं। पार्टी ने सोचा था कि उनकी छवि से भाजपा के पक्ष में माहौल बनेगा। मगर ऐसा हो नहीं पाया। पुलिस अधिकारियों और वकीलों में उनका थोड़ा विरोध था।
गेहलोत ने कहा कि बेदी को उम्मीदवार घोषित करना पार्टी का सामूहिक निर्णय था न कि केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का। यह भी स्वीकारा कि भाजपा ‘ओवर कॉन्फिडेंस’ में थी। एक प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अरविंद केजरीवाल व आप कार्यकर्ताओं द्वारा किए दुष्प्रचार के कारण भी भाजपा हारी है। दिल्ली चुनाव की हार के कारणों की समीक्षा की जा रही है।
केजरीवाल ने जन-धन योजना, स्वच्छता अभियान, गैस सब्सिडी योजना आदि के बारे में उलटी बातें प्रचारित की। यह सही है कि दिल्ली में भाजपा की करारी हार हुई है लेकिन जनाधार नहीं घटा है। पिछले चुनाव में भाजपा को करीब 26 लाख मत मिले थे, जबकि इसबार 28 लाख से ज्यादा मत मिले।
इस दौरान मध्यप्रदेश वित्त आयोग अध्यक्ष हिम्मत कोठारी, नागदा-खाचरौद विधायक दिलीप शेखावत, महापौर डॉ. सुनीता यार्दे, जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित, भाजपा नेता मनोहर पोरवाल आदि उपस्थित थे।
मतदान में हिस्सा नहीं लेंगे
बिहार के सियासी घटनाक्रम पर गेहलोत ने कहा कि भाजपा ने वहां विश्वासमत के दौरान मांझी सरकार का समर्थन करने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया है। मतदान की स्थिति बनने पर भाजपा मतदान में हिस्सा नहीं लेगी।
शिवराज का बचाव
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान पर कांग्रेस नेता दिग्विजसिंह द्वारा व्यापमं घोटाले में शामिल होने संबंधी लगाए आरोप के बारे में गेहलोत का कहना था कि व्यापमं मामले में अनेक बार कई बातें हुई। ये भी उसी का हिस्सा है। जांच एसआईटी कर रही है और वह सही दिशा में जा रही है। जांच पूरी हो जाने दो शिवराज व अन्य सभी निर्दोष साबित होंगे। दिग्विजयसिंह कभी भी कुछ भी बोलते रहते हैं, कांग्रेस व जनता को ही उनकी बातों पर विश्वास नहीं है।