नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने अपन पहले रेल बजट में किराए में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। इसके अलावा किसी भी नई ट्रेन का ऐलान नहीं किया है। रेल मंत्री ने पूरे बजट भाषण में प्रमुख रुप से यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की बात कही है। साथ ही कुल 8.5 लाख करोड़ रुपये निवेश करने की बात अगले पांच साल में की है। इसके लिए पीपीपी मॉडल के साथ ज्वाइंट वेंचर मॉडल के जरिए पूंजी जुटाने की बात कही गई है।
ये मिलेंगी सुविधाएं
> अब 5 मिनट में पैसेंजर करा सकेंगे रिजर्वेशन
> स्मार्टफोन पर अनारक्षित टिकट को जारी करने का प्रावधानः रेल मंत्री
> टिकट कंडक्टर आईपैड का इस्तेमाल करेंगे।
> स्मार्टफोन पर अनारक्षित टिकट को जारी करने का प्रावधानः रेल मंत्री
> टिकट कंडक्टर आईपैड का इस्तेमाल करेंगे।
> ट्रेन में भी मिल सकेंगे टिकट, डेबिट कार्ड ऑपरेटेड मशीन लाने की तैयारी
> एसएमएस के जरिए यात्रियों की पहचान की जाएगी।
> सामान्य श्रेणी डिब्बों में मोबाइल चार्जिंग सुविधा व्यवस्था की जाएगी। स्लीपर में मोबाइल चार्जिंग के लिए सुविधा का विस्तार किया जाएगा।
> एसएमएस के जरिए यात्रियों की पहचान की जाएगी।
> सामान्य श्रेणी डिब्बों में मोबाइल चार्जिंग सुविधा व्यवस्था की जाएगी। स्लीपर में मोबाइल चार्जिंग के लिए सुविधा का विस्तार किया जाएगा।
> 17,000 टॉयलेट को बॉयो टॉयलेट में तब्दील किया जाएगा।
> नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाईन की मदद से बर्थ में अपर सीट पर को ज्यादा आरामदायक बनाया जाएगा।
> नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाईन की मदद से बर्थ में अपर सीट पर को ज्यादा आरामदायक बनाया जाएगा।
> अब टिकटों की एडवांस बुकिंग 4 महीने पहले हो सकेगी।
> एराइवल और डिपार्चर के लिए एसएमएस अलर्ट की व्यवस्था की जाएगी।
> बुलेट ट्रेन की तर्ज पर हाईस्पीड ट्रेन चलाई जाएंगी।
> 108 ट्रेनों में ई-कैटरिंग सेवा। स्थानीय भोजन उपलब्ध कराने पर जोर।
> कई भाषाओं में ई-टिकट पोर्टल की शुरुआत होगी। पीने के पानी के लिए वाटर वेडिंग मशीन लगाई जाएगी।
बदलाव के निर्धारित किए गए गोल
– यात्रा को सुरक्षित बनाना
– आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर
– भारतीय रेल को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाना।
– विकास के लिए ग्राहकों का अनुभव लेना
– आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर
– भारतीय रेल को वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर बनाना।
– विकास के लिए ग्राहकों का अनुभव लेना
ऑपरेशन फाइव
ऑपरेशन फाइव का मकसद पांच मिनट के भीतर लोगों को टिकट मुहैया कराना है। टिकट के लिए लगने वाली लंबी भीड़ से लोगों को निजात मिलेगी। इसके अलावा कम समय में आसानी से टिकट हासिल कर सकेंगे।
दलालों से बचाने का प्रयास
अभी रेल टिकट की एडवांस बुकिंग 60 दिन यानी 2 महीने पहले होती है। रेल मंत्री के 4 महीने पहले टिकट बुक करने के फैसले से यात्री प्लान्ड ट्रैवल के लिए तो पहले टिकट करवा पाएंगे। लेकिन 120 दिन पहले टिकट बुक होने से अचानक से यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को टिकट नहीं मिलने की समस्या से जूझना पड़ सकता है। हालांकि, इससे रेलवे का कैशफ्लो बेहतर होगा। कोच प्लानिंग में मदद मिलेगी।