रतलाम। रतलाम से चित्तौड़गढ़ के बीच ट्रेनें जल्द 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी। शनिवार को पश्चिम रेलवे के जीएम ने स्पीड ट्रायल लिया। उन्होंने कहा रेलवे का ध्यान स्पीड पर है, गैर जरूरी स्टॉपेज खत्म करेंगे।ट्रैक पर फिलहाल स्पीड 70 किमी प्रति घंटा है।
जीएम एसके सूद, सेफ्टी कमिश्नर, डीआरएम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ट्रैक का निरीक्षण करने सुबह निकले थे। उन्होंने कहा रतलाम मंडल में स्टॉपेज कम करने, एक्सप्रेस ट्रेन में डबल इंजिन लगाने और ट्रेनों को लूप पर नहीं लेने के निर्णय कराएंगे।
जीएम ने सुबह 8.30 बजे चित्तौड़गढ़ से निरीक्षण की शुरुआत की। वे नीमच, पिपलियामंडी, मंदसौर स्टेशन भी रुके। ट्रैक क्षमता जांचने के लिए जीएम स्पेशल के साथ पुराने कोच भी जोड़े थे। सबकुछ बेहतर रहा। रतलाम आते ही जीएम ने लोको पायलेट और परिचालक को इनाम दिया।
फतेहाबाद-उज्जैन ट्रैक नहीं बनेगा :
सिंहस्थ पूर्व उज्जैन-फतेहाबाद ट्रैक के दोबारा चालू करने की संभावनाओं को जीएम ने सिरे से नकार दिया। मीडियाकर्मियों से उन्होंने कहा सिंहस्थ के लिए उज्जैन में कनेक्टिविटी जरूरी है लेकिन हम फिलहाल इस ट्रैक पर काम नहीं कराएंगे।
राज्य शासन चाहे तो जमीन हमसे ले ले और फतेहाबाद तक सड़क बना ले। बसें चलवा दे, नहीं तो ट्रैक को पड़ा रहने दे, जब रेलवे की आर्थिक सेहत सुधरेगी, तब काम करेंगे। उन्होंने कहा इस ट्रैक से रेलवे को गुड्स कुछ नहीं मिलेगा। हमारा ध्यान फिलहाल गुड्स वाले रूट पर है।