रतलाम। राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल व स्वच्छता जागरूकता रथ सोमवार को 14 से ज्यादा गांव में घूमा। बावजूद एक में पानी की टेस्टिंग नहीं हुई, क्योंकि रथ में टेस्टिंग किट ही नहीं थी।

कलेक्टोरेट से पीएचई के रथ को सैलाना विधायक संगीता चारेल व कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ईई एस.के. साल्वे सहित अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि मौजूद थे। रथ 14 से ज्यादा गांवों में घूमा। कर्मचारियों ने पीएचई की योजनाओं व अन्य प्रयासों की जानकारी दी।

दिखाई जल संसद की फिल्म-

रथ सोमवार शाम मऊ पहुंचा। हेवड़िया बाजार (महाराष्ट्र) पर आधारित फिल्म दिखाई। ये फिल्म गांव की जलापूर्ति व्यवस्था और यहां बनाई जल परिषद पर आधारित है।

इन गांवों में पहुंचा रथ :

नगरा, सनावदा, शिवपुर, इटावा माताजी, रामपुरिया, बिलपांक, महू, उमरथाना, रावदिया सहित अन्य।

होना यह था :

रथ के साथ केमिस्ट सहित 15 कर्मचारियों की टीम चलना थी। ये गांव में पानी की जांच कर ग्रामीणों को पानी की सही स्थिति बताती।

पहला दिन था :” एक-दो दिन में गांव-गांव में पानी की शुद्धता जांचने की किट मुहैया कराएंगे। सोमवार को पहला दिन व रथ की शुरुआत के कारण पानी की जांच नहीं हो सकी। कीट की कमी भी एक कारण रहा। ग्रामीणों काे पानी व सफाई के प्रति जागरूक करना विभाग का उद्देश्य है।

– एस.के. साल्वे, ईई पीएचई।

By parshv