रतलाम। प्रॉपर्टी के दस्तावेजों का पंजीयन एक अप्रैल से ऑनलाइन होगा। इससे कम समय में रजिस्ट्री हो जाएगी। वहीं रिकॉर्ड में हेराफेरी की आशंका भी नहीं रहेगी। जिला पंजीयन कार्यालय में इसके तैयारी लगभग पूरी हो गई है। योजना में 30 से 40 साल पुराने दस्तावेजों को ऑनलाइन किया जाना है। यह काम चरणवार होगा। इस वजह से डाटा इंट्री का काम लंबे समय तक चलने की संभावना है। अभी वर्ष 2000 से 2013 तक के दस्तावेजों की इंट्रियां हो चुकी हैं। ऑनलाइन पंजीयन के लिए विभाग में 18 मार्च 2014 से डाटा इंट्री का काम प्रारंभ किया था। फिलहाल 13 साल तक के ही दस्तावेजों को ऑनलाइन योजना में शामिल किया गया है। इसके बाद पिछले सालों के दस्तावेजों की इंट्रियां शुरू की जाएगी।

अप्रैल में शुरू करने के निर्देश

पंजीयन के दस्तावेजों की ऑनलाइन प्रक्रिया एक अपै्रल से शुरू करने के निर्देश विभाग को मिले हैं। इसे देखते फर्म द्वारा सॉफ्टवेअर का ट्रायल किया जा रहा है। एक अपै्रल से प्रदेश के अन्य स्थानों के साथ ही रतलाम में भी ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है।

नई गाइडलाइन पर एक भी आपत्ति नहीं

 पंजीयन विभाग द्वारा जिले में संपत्ति की नई गाइड-लाइन के प्रस्ताव को कलेक्टर द्वारा अनुमोदन के बाद अब तक एक भी आपत्ति नहीं आई है। 17 अपै्रल को बैठक के बाद प्रशासन द्वारा इसके लिए दावे-आपत्ति चाही गई थी। मगर शुक्रवार तक पंजीयन कार्यालय में किसी ने आपत्ति दर्ज नहीं कराई। उप पंजीयक एमएस राठौर ने बताया कि दोपहर बाद तक एक भी आपत्ति नहीं आई है। कलेक्टर द्वारा इसे अंतिम प्रक्रिया मानते हुए स्वीकृति दे दी जाएगी। इसके बाद एक अपै्रल से नई गाइड-लाइन जिलेभर में लागू होगी।

यह होगा लाभ

– संपत्ति के पंजीयन के बाद रिकॉर्ड ऑनलाइन हो जाएगा।

– पिछले रिकॉर्ड कम्प्यूटर के माध्यम से स्वयं ही ऑनलाइन देख सकेंगे।

– स्टाफ में दस्तावेज संभालने और पिछले रिकॉर्ड खराब होने की समस्या नहीं रहेगी।

संपत्ति खरीदी में धोखाधड़ी की गुंजाइश नहीं रहेगी।

काम जारी

पंजीयन रिकॉर्ड ऑनलाइन किए जाने की प्रक्रिया पर काम चल रहा है। इसके लिए पिछले 13 सालों के दस्तावेजों की डाटा इंट्री हो रही है। एक अपै्रल से ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है।

-एसएम राठौर, उप पंजीयक रतलाम

By parshv