रतलाम। नगर निगम में नई परिषद का पहला बजट सोमवार को हंगामे, विवादों के बीच महापौर डॉ सुनीता यार्दे ने पेश किया। वर्ष 2015-16 के बजट में कोई नया कर नहीं लगाया गया है। कुछ खर्च कम तो कुछ महापौर ने 2 करोड़ 10 लाख 84 हजार रुपए की बचत का बजट पेश किया।
निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल की अध्यक्षता में राष्ट्रगान के बाद सदन की कार्रवाई शुरू होते ही वार्ड 8 से भाजपा पार्षद सीमा टांक ने नियमानुसार बजट के साथ निगम संपत्ति की सूची मांगी। निगम अध्यक्ष पोरवाल ने पूर्व में ऐसी व्यवस्था न होने से अगले सम्मेलन में व्यवस्था करने की बात कही।
पूर्व सम्मेलन के पालन प्रतिवेदन व पार्षदों के प्रश्न के जवाब के बाद फिर से पार्षद टांक ने सूची को लेकर अध्यक्ष से निर्णय देने की मांग कर ली। अध्यक्ष ने इस पर विचार नहीं करते हुए महापौर को बजट पेश करने के लिए कहा। महापौर ने बजट पढ़ना शुरू किया तो पार्षद टांक ने उनको रोकना चाहा और सूची पर जवाब को लेकर अड़ गई। इस पर एमआईसी सदस्यों सहित अन्य भाजपा पार्षदों ने भी आपत्ति जताई।
अध्यक्ष ने निगमायुक्त सोमनाथ झारिया को महिला पुलिस बुलवाकर पार्षद टांक को बाहर करने के निर्देश दिए। पुलिस सदन में पहुंची। इस दौरान अध्यक्ष से आश्वासन मिलने पर पार्षद टांक शांत हुई और बाद में महापौर ने बजट पेश किया।
विपक्ष ने मांगा समय
बजट पेश करने के बाद विपक्ष की नेता यास्मिन शैरानी सहित कांग्रेस पार्षद मुबारिक खान, रजनीकांत व्यास आदि ने बजट को पढ़कर चर्चा करने के लिए सम्मेलन का समय बढ़ाने की मांग की। एक बजे भोजनावकाश के बाद दोपहर तीन बजे सम्मेलन फिर से प्रारंभ हुआ। पार्षदों से चर्चा के बाद सम्मेलन एक अप्रैल तक बढ़ाते हुए सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी गई।
प्रश्नकाल में सिर्फ दो सवाल
निगम सम्मेलन में प्रश्न काल को लेकर कांग्रेसी पार्षदों में कोई तैयारी नहीं दिखी। प्रश्न-काल के दौरान नेता प्रतिपक्ष शैरानी और कांग्रेस पार्षद नीरज परमार द्वारा किए गए दो प्रश्न चर्चा का विषय बने रहे। इसमें फर्जी रजिस्ट्री, वाहन बिल का भुगतान का मुद्दा उठा। रेलवे को पानी दिए जाने के आयोजन में पार्षदों को शामिल नहीं करने का प्रश्न भी सदन में उठा।
जलकार्य समिति प्रभारी प्रेम उपाध्याय ने इस सवाल पर निगम के जवाब से हटकर कहा कि रेलवे के आयोजन में पार्षदों की अनदेखी ठीक नहीं थी, निगमायुक्त को इस पर ध्यान देना था। भविष्य में ऐसे आयोजन में सभी जनप्रतिनिधियों को बुलाया जाए।
‘सदन में आपकी दादागिरी नहीं चलेगी’
नगर सरकार के पहले बजट में पार्षद सीमा टांक के रवैये पर जहां उनके दल के पार्षद नाराज नजर आए वहीं निगमाध्यक्ष अशोक पोरवाल ने टांक को अपनी बात कहने का मौका देने के बाद नहीं मानने पर सदन से बाहर करने के निर्देश देते हुए तीखे तेवर अपना लिए। यह पहला मौका है जबकि पुलिस किसी पार्षद को सदन से बाहर करने के लिए अंदर तक पहुंचीे। सम्मेलन प्रारंभ होने के पहले से ही पार्षद टांक निगम अधिकारियों सहित महापौर डॉ सुनीता यार्दे के रवैये को लेकर नाराज दिखाई दे रही थी। शुरूआत में ही टांक ने संपत्ति की सूची न होने पर बजट अधूरा होने का हवाला दिया। अध्यक्ष ने उन्हें समझाया लेकिन वे अपनी बात पर अड़ी रही और अध्यक्ष के निर्णय की प्रति मांगते हुए आसंदी तक पहुंच गई। इस दौरान एमआईसी सदस्य भी अध्यक्ष आंसदी तक पहुंचे और अभद्रता का हवाला देते हुए टांक को सदन से बाहर करने की मांग की। समझाने के बाद पार्षट टांक नहीं मानी तो निगम अध्यक्ष ने उन्हें डांटते हुए कहा आपकी दादागिरी नहीं चलेगी। पुलिस के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ।
नियम, परंपरा में उलझा मामला
पार्षद टांक ने निगम एक्ट का हवाला देते हुए बजट के साथ निगम संपत्ति की सूची दी जाना जरूरी बताया। हालांकि इससे पहले के सम्मेलनों में भी सूची नहीं दी गई, पार्षद टांक पूर्व परिषद में सदस्य थी तब भी उन्होंने सूची की मांग नहीं की। ऐसे में भाजपा पार्षदों ने ही उन पर निशाना साधा।
खजाना कहां से भरेगा
स्रोत राशि (लाखों में)
संपत्तिकर और अन्य 1075.00
जलकर और अन्य 096.00
लाइसेंस फीस 38.00
अन्य लाइसेंस फीस व शुल्क 206.00
अन्य कर 2.00
अन्य आय 731.25
विभिन्ना योजनाएं 4000.00
बिल्डर्स प्रमोटर्स 560.00
पब्लिक प्रायवेट पार्टनरशिप 110.00
अंशदान 4400.00
अनुदान 16971.00
ऋण 900.00
असाधारण सस्पेंस एकाउंट 631.50
कुल 30720.75
खजाना की राशि कहां होगी उपयोग
स्रोत राशि (लाखों में)
मिशन-2015 के महत्वपूर्ण काय 7238.00
2015 के लोककल्याणकारी कार्य 8046.60
स्थापना व्यय (स्थाई कर्मचारी) 3420.00
स्थापना व्यय (अस्थायी कर्मचारी) 675.00
ईंधन व्यय (डीजल व पेट्रोल) 180.00
टेलीफोन व्यय 10.00
विद्युत व्यय 1050.00
विविध लघु राशि व्यय 25.50
परिषद विभाग 13.50
सामान्य प्रशासन 58.50
लेखा विभाग 326.50
विकास विभाग 222.00
भंडार विभाग 103.90
प्रकाश विभाग 208.00
प्रजाकार्य विभाग 6545.00
जलप्रदाय विभाग 719.00
कर्मशाला विभाग 354.00
जनसंपर्क विभाग 45.50
विधि विभाग 8.00
कर वसूली विभाग 51.00
असाधारण संस्पेंस एकाउंट 499.00
देयसूद एवं ऋण 710.91
कुल 30509.91