इंदौर/खंडवा। तेलंगाना राज्य के नलगोंडा जिले में शनिवार सुबह पुलिस और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए। इसमें एक पुलिसकर्मी भी शहीद हो गया है। हैदराबाद से 175 किमी दूर हुई नलगोंडा जिले के मोठकुर मंडल में जानकीपुरा गांव के पास हुई इस मुठभेड़ में मरने वाले आतंकियों की शिनाख्त मप्र की खंडवा जेल से डेढ़ साल पहले भागे सिमी के खूखार आतंकी एजाजुद्दीन और असलम के रूप में हुई है।
ये आतंकी 1 अक्टूबर 2013 को खंडवा जेल से अपने पांच साथियों के साथ भाग निकले थे। इन्होंने दो दिन पहले रुटीन चेकिंग के दौरान तेलंगाना में दो पुलिसकर्मियों की गोली मारकर कर हत्या कर दी थी। शनिवार सुबह फिर से पुलिस चेकिंग कर रही थी, तभी ये आतंकी यहां से भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस को शक हुआ और दोनों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
बिजनौर से भी कुछ दिन पहले भागे थे :
गतवर्ष पांच आतंकी और उनका एक साथी बिजनौर के मोहल्ला जाटान में लीलो देवी के मकान में किराए पर रह रहे थे। उन्होंने खुद को मजदूर बताकर कमरा लिया था। यहां पर ये लोग बम बना रहे थे, अचानक एक धमाका हुआ था। विस्फोट के बाद एक झुलसे हुए युवक को लेकर उसके बाकी साथी यह कहते हुए घर से निकल गए थे कि कुकर फट गया है।
ऐसे भागे थे खंडवा जेल से :
सिमी के छह कुख्यात आतंकी अमजद पिता रमजान, डॉक्टर अबू फैजल, जाकिर पिता बदरुल, एजाजुद्दीन, असलम और मेहबूब उर्फ गुड्डू को प्रदेश की विभिन्न जेलों से पेशी पर खंडवा जेल लाया गया था। सभी आरोपी एटीएफ जवान सीताराम यादव हत्याकांड में शामिल थे। इस मामले की ट्रायल पूरी हो चुकी थी और इस पर अंतिम फैसला होना था। रात में तीन बजे सभी छह सिमी आतंकी व फिरौती कांड में शामिल सजायाफ्ता कैदी आबिद मिर्जा शौचालय की खिड़की तोड़कर बाहर निकले और उसके बाद चादरों से रस्सी बनाकर सभी ने जेल की दीवार फांद ली। जेल के बाहर निकलते ही सभी सातों आरोपियों का सामना गश्त कर रहे जेल प्रहरियों-लोकेश हिरवे, कुंदन मंडलोई, नरेन्द्र सोनी और होमगार्ड जवान सुरेश गुप्ता से हुआ। आमना-सामना होने पर हाथापाई के दौरान आरोपियों ने सिपाही लोकेश हिरवे और होमगार्ड जवान सुरेश तिवारी पर चाकुओं से हमला बोल दिया। इनमें से लोकेश पर लगभग सात वार किए गए। इसके बाद अंधेरे का फायदा उठाकर सभी आरोपी वायरलेस सेट व रायफल लेकर भाग निकले। इनमें से आबिद को सुबह 7 बजे जेल के पीछे सर्वोदय कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया गया। बाकी सभी सिमी आतंकी फरार हो गए थे।
दोनों ने इन वारदातों को अंजाम दिया :
असलम अय्युब, गणेश तलाई खंडवा, आरोप : एटीएस जवान सीताराम यादव, संजय पाल, रविशंकर पारे की हत्या का आरोपी, प्रमोद तिवारी और काशीनाथ काले पर जानलेवा हमला।

– एजाजुद्दीन अजीजुद्दीन करेली, नरसिंहपुर, आरोप : एटीएस जवान सीताराम यादव, संजय पाल, रविशंकर पारे की हत्या का आरोपी।

By parshv