भोपाल। बीजेपी कार्यकर्ता दरिद्रनारायण की सेवा के लिए तत्पर रहें, न कि पद-ओहदा पाने के लिए लालबत्ती की दौड़ में न पड़ें। ये सलाह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को अपने आवास पर पार्टी के महाजनसंपर्क अभियान के शुभारंभ के मौके पर दी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के लिए ट्रेनिंग और काम सौंपने की जरूरत है। काम से आशय यह नहीं है कि निगम-मंडलों की कमान सौंप दी जाए। कार्यकर्ता सरकार की योजनाएं घर-घर पहुंचाएं।
कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सीएम ने गीता से जोड़कर अपनी बात रखी और कहा कि अहं से बचें, अमरत्व किसी के पास नहीं, यह शरीर मिट्टी का है और मिट्टी में ही मिल जाना है। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान एवं संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों ने सीएम हाउस पहुंचकर शिवराज से सदस्यता संबंधी फार्मेट भरवाया। इसके बाद मुख्यमंत्री स्वयं पार्टी अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निवास पर जाकर महासंपर्क अभियान आगे बढ़ाया।
पूरक नहीं सहयोगी बनें
केन्द्रीय मंत्री स्वराज ने सदस्यता संबंधी फार्मेट में दर्ज किया कि आधुनिक एवं पारंपरिक तरीके से संगठन का काम हो। एक दूसरे के पूरक नहीं बल्कि सहयोगी बनें। गरीबों एवं कन्याओं के कल्याण के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रम जारी रखे जाएं यदि किसी तरह की कोई बाधा आती है तो उसे दूर करें। प्रदेश अध्यक्ष चौहान ने सुषमा को सदस्यता के साथ ही सक्रिय सदस्य का प्रपत्र भेंट किया। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री अरविंद भदौरिया, उपाध्यक्ष विजेश लूनावत, महापौर आलोक शर्मा, राजेन्द्र सिंह राजपूत, राहुल कोठारी एवं लता वानखेड़े आदि भी मौजूद थे।
मिट्टी में ही मिल जाना है…
सीएम हाउस में हुए संक्षिप्त कार्यक्रम में शिवराज ने दार्शनिक अंदाज में कहा कि कार्यकर्ताओं को हमेशा अपने ऑर्बिट(कक्षा) का विस्तार करते रहना चाहिए। इसके लिए हर स्तर पर लगातार ट्रेनिंग जरूरी है, नए सदस्यों को उनकी रुचि और योग्यता के अनुसार काम सौंपें। उन्होंने यह भी बताया कि मैं स्वयं मप्र को अपना परिवार मानता हूं अब इसका विस्तार पूरी मानवता तक कर रहा हूं।
मिट्टी का शरीर है और मिट्टी में ही मिल जाना है। न कुछ साथ लाए थे और न ही कुछ साथ जाएगा। यहां अमरत्व किसी के पास नहीं, जीवन कितना है? 80, 90 ज्यादा से ज्यादा 100 साल। इसके बाद तो हड्डियांं बिखरी मिलेंगी, इसलिए अहं किस बात का करें? दरिद्रनारायण की सेवा में ही सुख का अहसास करें।