नई दिल्ली:  दुनिया की सबसे मशहूर मैसेजिंग एप व्हाट्सएप का खुमार हर किसी पर चढ़ा हुआ है। यूजर की सुवीधा के लिए आए दिन  व्हाट्सएप अपने नए-नए फिचर लांच करता रहता है। लेकिन वहीं अब यूजर को थोड़ा और खर्चा करना पड़ेगा।

दरअसल, हाल ही में व्हाट्सएप ने फ्री वॉइस कॉल सुवीधा लांच की थी, लेकिन अब आपको इसके लिए कंपनी को पैसे चुकाने पड़ेंगे। हांलाकि इसमें इंटरनेशनल कॉल्स और मैसेजेस फ्री रहेंगे, लेकिन लोकल और नेशनल व्हाट्सएप कॉल्स के लिए कंपनी को पैसे देने होंगे। दूरसंचार विभाग द्वारा नेट न्यूट्रेलिटी के संबंध में गठित कमिटी ने इस संबंध में एक नया प्रस्ताव दिया है।

दरअसल कमिटी ने ये सिफारिश की है कि व्हाट्सएप, वाइबर और स्काइप जैसी ओवर द टॉप (ओटीटी) एप्स इंटरनेशनल कॉल्स और मैसेजेस तो उपलब्ध करवा सकती है, लेकिन लोकल और नेशनल लॉन्ग डिस्टेंस (एनएलडी) कॉल्स के लिए इन कंपनियों को लाइसेंस लेना जरूरी होगा। हालांकि अब तक ये स्प्ष्ट नहीं है कि नेशनल और इंटरनेशनल कॉल्स को अलग कैसे किया जाएगा। कमिटी की ये रिपोर्ट पिछले महीने दूरसंचार मंत्री रवि शंकर प्रसाद को दे दी गई है।

बता दें कि टेलिकॉम कंपनियां इंटरनेशनल कॉल्स से 8 फीसदी, नेशनल लॉन्ग डिस्टेंस कॉल्स से 18 फीसदी और लोकल लोकल कॉल्स से 56 फीसदी कमाती है। 1 मिनट के कॉल के लिए टेलीकॉम कंपनियों को 40-50 पैसे मिलते हैं, लेकिन व्हाट्सएप वॉइस कॉल से उन्हें 1 मिनट के केवल 4 पैसे ही मिल पाते हैं। कमिटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि वीओआईपी बेस्ड सर्विसेज जैसे व्हाट्सएप, स्काइप के लोकल और नेशनल कॉल्स के चार्ज टेलिकॉम कंपनियों के कॉल के बराबर ही रखे जाएं। इस पर विचार किया जा रहा है।

By parshv