प्रधानमंत्री जन धन योजना यानी पीएमजेडीवाई का अगला कदम गरीबों को बीमा, पेंशन और कर्ज सुविधा मुहैया कराना है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि इस योजना के तहत लगभग 18 करोड़ बैंक खाते खुल चुके हैं। इन खातों में 22 हजार करोड़ रुपये से अधिक धनराशि जमा हो चुकी है। जेटली जन धन योजना का एक साल पूरा होने के अवसर पर बोल रहे थे।

वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार इस योजना के जरिये वंचित लोगों को वित्तीय सुविधाएं मुहैया करा रही है। प्रधानमंत्री जन धन योजना पिछले साल 28 अगस्त को लांच हुई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल लाल किले की प्राचीर से इस योजना का एलान किया था।

जन धन योजना के तहत 10 लाख से अधिक खातों को ओवरड्राफ्ट की सुविधा के लिए उपयुक्त पाया गया है। इसके बाद 1,64,962 खाताधारकों को इसकी सुविधा मिल चुकी है। साथ ही 847 लोगों को 30 हजार रुपये के जीवन बीमा के दावे का भुगतान हो चुका है। इसी तरह दुर्घटना बीमा के 389 दावों का भुगतान हो चुका है।

वित्त मंत्रालय के अनुसार जन धन योजना के 2.76 करोड़ लाभार्थियों ने प्रधानमंत्री बीमा जीवन ज्योति योजना के तहत तथा 6.83 लाख लोगों ने अटल पेंशन योजना के लिए पंजीकरण कराया है। जन धन योजना में जीरो बैलेंस वाले खातों का प्रतिशत 76 से घटकर 45.74 प्रतिशत रह गया है।

तेल की बचत से सामाजिक सुरक्षा

वित्त मंत्री जेटली ने एक अन्य कार्यक्रम में कहा कि कच्चे तेल (क्रूड) के दाम नीचे बने रहने से देश के आयात बिल में खासी कटौती होगी। मोदी सरकार सस्ते क्रूड के चलते होने वाली इस बचत का इस्तेमाल सामाजिक सुरक्षा योजनाओं और बुनियादी ढांचे के निर्माण पर करेगी। भारत अपनी तेल जरूरतों का 80 फीसद आयात से पूरी करता है। बीते साल देश ने 124 अरब डॉलर का तेल आयात किया था।

By parshv