प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय हिंदू-बौद्ध सम्मेलन में शामिल हुए और उन्होंने कहा कि उन्हें महात्मा बुद्ध की धरती से जुड़े होने का गर्व है‘
यह शताब्दी एशिया के नाम रहेगी’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘महात्मा बुद्ध ने दुनिया को शांति का संदेश दिया. गौतम बुद्ध के दिखाए रास्ते और विचारों पर चले बिना यह शताब्दी एशिया की शताब्दी नहीं बन सकती.’ उन्होंने कहा कि यह शताब्दी एशिया के नाम रहने वाली है.
बौद्ध धरोहरों के लिए सरकार गंभीर: मोदी
प्रधानमंत्री बोले, ‘मेरे गृहनगर वड़नगर में चीनी के स्कॉलर दौरे पर गए थे.’ उन्होंने बताया कि सरकार देश भर में स्थित बौद्ध धरोहरों के लिए हरसंभव मदद कर रही है.
श्रीलंका की पूर्व राष्ट्रपति भी सम्मेलन में शामिल
इस अंतरराष्ट्रीय हिंदू-बौद्ध सम्मेलन में प्रधानमंत्री के अलावा आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर और श्रीलंका की पूर्व राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा समेत कई जानी-मानी हस्तियां शामिल हुईं.