शहर को सुंदर और स्वच्छ बनाने के लिए सरकार ने 12 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। नागरिकों का स्वस्थ होना भी जरूरी है। राशि खर्च करने से पहले इंटरनेशनल नेचरोपैथी ऑर्गनाइजेशन, रतलाम स्वच्छ अभियान समिति, रोटरी क्लब व अन्य संस्थाओं के सुझाव जनजागृति ला सकते हैं।

यह बात महापौर डॉ. सुनीता यार्दे ने प्राकृतिक चिकित्सा एवं स्वच्छता जागरूकता दिवस पर इंटरनेशनल नेचरोपैथी ऑर्गनाइजेशन, रतलाम स्वच्छता समिति व रोटरी क्लब के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को रोटरी गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में कही।

विशेष अतिथि डॉ. अरुण पुरोहित ने कहा प्राकृतिक चिकित्सा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. लीला जोशी ने कहा कोई भी चिकित्सा पद्धति अपने आप में पूर्ण नहीं होती। लोगों में स्वास्थ्य व सफाई के प्रति जागरूकता जरूरी है। आईएनओ जिलाध्यक्ष अनोखीलाल कटारिया ने भी संबोधित किया। आईएनओ महासचिव डॉ. एमपी चतुर्वेदी व एक्युप्रेशर विशेषज्ञ डॉ. रवि दशोत्तर ने प्राकृतिक चिकित्सा और एक्यूप्रेशर की जानकारी दी। डॉ. हेमलता पालीवाल ने प्राकृतिक चिकित्सा परीक्षा पास करने वालों को प्रमाणपत्र बांटे। संचालन आशीष दशोत्तर ने किया।

रोटरी गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद अतिथि।

By parshv