अमेरिका में जेल की सजा काट रहे लश्कर-ए-तैयबा के पाकिस्तानी अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली ने आज यहां एक अदालत में कहा कि अगर उसे माफ कर दिया जाता है तो वह 26-11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में गवाही देने और सरकारी गवाह बनने को तैयार है।
हेडली अमेरिका में एक अज्ञात स्थान से एक वीडियो लिंक के माध्यम से यहां सत्र अदालत में पेश हुआ। विशेष सरकारी अभियोजक उज्ज्वल निकम ने न्यायाधीश जी ए सनप को बताया कि हेडली माफी दिये जाने पर सरकारी गवाह बनने को तैयार है। निकम ने जांच अधिकारियों से परामर्श करने के लिए कुछ समय मांगा और अदालत ने आज शाम को कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी। हेडली ने अदालत से कहा, ‘‘मुझे अदालत में मेरे खिलाफ दाखिल आरोपपत्र मिला है। इसमें मुझ पर वही आरोप लगाये गये हैं जिसके लिए अमेरिका में मुझ पर आरोप लगाये गये हैं। मैंने अमेरिका में अपना गुनाह कबूल कर लिया और मैंने स्वीकार किया कि मैं इन आरोपों में सहभागी था।’’
हेडली को 18 नवंबर को मुंबई हमले मामले में आरोपी बनाया गया था। इससे पहले मुंबई पुलिस ने आठ अक्टूबर को अदालत में याचिका दायर कर मुख्य आरोपी अबू जुंदाल के साथ हेडली पर भी मुकदमा चलाने की मांग की। पुलिस ने कहा था कि इन दोनों ने नृशंस हमलों की साजिश रची।
हेडली वर्ष 2006 से 2008 के बीच पांच बार भारत आया और उसने ताज होटल, ओबरॉय होटल और नरीमन हाउस समेत कई जगहों की रेकी की। उसने मुंबई पर हमला करने वाले लश्कर-ए-तैयबा के दस आतंकवादियों और पाकिस्तान में बैठे उनके आकाओं को महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराई। उल्लेखनीय है कि मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए इन हमलों में 166 लोग मारे गए थे और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे।