जनवरी के प्रथम सप्ताह में बैठक लेकर यातायात, स्वच्छता के प्रमुख मुद्दों पर कई निर्णय लिए थे। कार्रवाई कर पालन प्रतिवेदन देने के लिए एक समिति बनाई थी। इसमें एसडीएम एसके झा, निगम आयुक्त सोमनाथ झारिया और ट्रैफिक डीएसपी जेके दीक्षित को शामिल किया था। समिति को कलेक्टर को जानकारी देना थी कि एक माह में क्या-क्या कार्रवाई की गई लेकिन समिति ने समय पर प्रतिवेदन ही नहीं दिया। समय पर पालन प्रतिवेदन नहीं देने वाली समिति को अब हर सप्ताह कलेक्टर को रिपोर्ट देना होगी। सोमवार शाम हुई बैठक में इस संबंध में कलेक्टर ने विभाग के आला अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए।
नियमित बैठक लेकर लिए गए निर्णय का फालोअप कर रहे हैं। अधिकारियों ने पालन प्रतिवेदन समय पर नहीं दिया था। फिलहाल समय सीमा का ध्यान रखने की हिदायत दी। दोबारा एेसा हुआ तो शोकॉज नोटिस जारी किए जाएंगे। बी. चंद्रशेखर, कलेक्टर
दो दिन में पार्किंग लाइन
एक-दो दिन में बाजारों में दुकानों के आगे पार्किंग लाइन डालने का काम शुरू कर दिया जाएगा। सख्ती से पालन भी कराएंगे। अधिकारियों से बैठक में लिए निर्णय पर कार्रवाई के संबंध में पूछा गया। कुछ पर कार्रवाई हुई है, कुछ पर बाकी है। अविनाश शर्मा, एसपी
एक सप्ताह में सारे मवेशी पकड़ो
एकांगी मार्ग बनाकर यातायात नियंत्रित किया जाए।
एक सप्ताह में सारे आवारा मवेशियों को पकड़ा जाए। आवारा कुत्तों को पकड़कर शहर के बाहर छोड़ें।
पार्किंग के लिए सभी प्रमुख बाजारों में दुकान से पांच फीट की दूरी पर लाइन डाली जाए।
दुकान के सामने वाहन खड़े करने वालों से पार्किंग की जगह देने के लिए निश्चित किराया वसूला जाए।
पार्किंग स्थल चयनित कर, पार्किंग पिलर व चेन लगाकर बोर्ड भी लगाए जाएं।
फूड जोन को अच्छे तरीके से विकसित किया जाए।
शहर भर के चौराहों पर लगे ट्रैफिक सिग्नल जल्द शुरू करें।
प्रमुख चौराहों और मार्गों पर रात में चमकने वाले यातायात संकेतक लगाएं।
अवैध होर्डिंग लगाने वालों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करें।