ज्वैलरी पर एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगाने के विरोध में बुधवार को सराफा बाजार बंद रहा। इससे 3 करोड़ का कारोबार प्रभावित हुआ। इधर सराफा व्यापारियों ने गुरुवार और शुक्रवार को भी हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया है।

केंद्र सरकार ने बजट में सोने के आभूषण पर एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी लगा दी है। इससे नाराज ज्वैलर्स ने विरोध शुरू कर दिया। बुधवार को सराफा बाजार बंद रहा। ज्वैलर्स का कहना है कि केंद्र सरकार व्यापारियों की सरकार है। इसके बाद भी सोने की ज्वैलरी पर एक्साइज ड्यूटी लगा दी। सरकार के इस फैसले से इंस्पेक्टर राज बढ़ेगा और कारोबार चौपट हो जाएगा। केंद्र सरकार को आदेश तुरंत वापस लेना चाहिए। जब तक सरकार अपना निर्णय वापस नहीं लेती है विरोध जारी रहेगा।

‘काला कानून वापस लो’ के नारों से गूंजा बाजार

व्यापारियों ने सराफा एसोसिएशन के बैनर तले सराफा बाजार में दिनभर धरना दिया। इस दौरान काला कानून वापस लो, वापस लो के नारों से दिनभर सराफा बाजार गूंजा। अध्यक्ष झमक भरगट ने बताया केंद्र सरकार ने बगैर सोचे-समझे सोने के आभूषण पर एक्साइज ड्यूटी लगा दी। इससे व्यापारियों को बेवजह की परेशानी बढ़ जाएगी। यह काला कानून है सरकार को इसे वापस लेना चाहिए। इसके खिलाफ 3 एवं 4 मार्च को भी हड़ताल की जाएगी। जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता है, विरोध करेंगे। रामबाबू शर्मा, संजय छाजेड़, विशाल डांगी, ज्ञानचंद सराफ, पूनमचंद लूणावत, सुरेंद्र कुमार भरगट, विनोद मूणत, शरद पावेचा, रवि मोठिया, अनोखीलाल कटारिया, राजेंद्र गादिया, अनिल कटारिया आदि धरने पर बैठे।

By parshv