डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत लगातार घटती जा रही है, ऐसे में सभी आयातित चीजों की कीमत बढ़ना तय माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो एक जुलाई से पेट्रोल की कीमत भी बढ़ने वाली है। पेट्रोल की कीमतों में 2 से 3 रुपए प्रति लीटर का इजाफा होगा, ऐसी आशंका जताई जा रही है।
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत लगातार घट रही है। एक डॉलर…
डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत लगातार घटती जा रही है, ऐसे में सभी आयातित चीजों की कीमत बढ़ना तय माना जा रहा है। सूत्रों की मानें तो एक जुलाई से पेट्रोल की कीमत भी बढ़ने वाली है। पेट्रोल की कीमतों में 2 से 3 रुपए प्रति लीटर का इजाफा होगा, ऐसी आशंका जताई जा रही है।
दरअसल, अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत लगातार घट रही है। एक डॉलर 60 रुपए से ऊपर पहुंच गया है। यह डॉलर के मुकाबले रुपये का अब तक का सबसे निचला स्तर है। आयातित वस्तुओं के लिए हमें डॉलर में ही कीमत चुकानी पड़ती है। ऐसे में सभी आयातित वस्तुओं की कीमत बढ़ गई है। कच्चे तेल की कीमत भी अंतरराष्ट्रीय मार्केट में बढ़ गई है। ऐसे में तेल कंपनियों को काफी घाटा हो रहा है। घाटा कम करने के लिए तेल कंपनियों ने पेट्रोल की कीमत बढ़ाने का मन बना लिया है।
बता दें कि हाल ही में 16 जून को पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 2 रुपए की बढोतरी की गई थी। इस बढोतरी के बाद तेल कंपनियों ने डॉलर के मुकाबले रुपए की कम होती कीमत का हवाला दिया था।
तो तैयार हो जाइए एक बार फिर पेट्रोल बम के धमाके को झेलने के लिए, क्योंकि कीमतों का बढ़ना तय है। सरकार पेट्रोल कंपनियों के आगे लचर दिखाई देती है, इसलिए उनसे भी कोई उम्मीद करना बेमानी है। बस उम्मीद यह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत बढ़ जाए। हालांकि गुरुवार को रुपये में कुछ सुधार तो दिखाई दिया है।