अंबानी बंधु अनिल और मुकेश एक बार फिर साथ आ गए हैं, इन्होंने शुक्रवार को आपस में 12,000 करोड़ रुपए के एक कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया। इस कॉन्ट्रैक्ट के अकॉर्डिंग रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के प्रमुख मुकेश अपने नए दूरसंचार सेवा कारोबार के लिए छोटे भाई अनिल की कंपनी के स्वामित्व वाले दूरसंचार टावरों का उपयोग करेंगे।
बता दें कि पिछले दो महीनों में दोनों भ…
अंबानी बंधु अनिल और मुकेश एक बार फिर साथ आ गए हैं, इन्होंने शुक्रवार को आपस में 12,000 करोड़ रुपए के एक कॉन्ट्रैक्ट का ऐलान किया। इस कॉन्ट्रैक्ट के अकॉर्डिंग रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के प्रमुख मुकेश अपने नए दूरसंचार सेवा कारोबार के लिए छोटे भाई अनिल की कंपनी के स्वामित्व वाले दूरसंचार टावरों का उपयोग करेंगे।
बता दें कि पिछले दो महीनों में दोनों भाइयों के बीच यह दूसरा सौदा है। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड की दूरसंचार इकाई जियो इन्फोकाम इस अनुबंध की 15 वर्ष की पूरी अवधि में अनिल के समूह की दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्यूनिकेशंस लिमिटेड के 45,000 मोबाईल टावरों का उपयोग कर सकेगी। इससे रिलायंस कम्यूनिकेशंस को सालाना 800 करोड़ रुपए की आय होगी।
देश के इन दो बड़े समूहों ने अलग-अलग, लेकिन एक ही तरह के बयान में कहा ”इस समझौते की शर्तों के तहत रिलायंस जियो इन्फोकाम, आरकॉम के देश भर में फैले नेटवर्क का इस्तेमाल करेगी ताकि आधुनिकतम 4जी सेवा पेश करने की प्रक्रिया तेज किया जा सके।”
रिलायंस जियो इन्फोकॉम इकलौती कंपनी है जिसने 2010 में देश भर में 4जी सेवा के लिए स्पेक्ट्रम हासिल किया था, लेकिन इसने अब तक वाणिज्यिक सेवाएं शुरू नहीं की हैं।