आपको महंगाई में भले कुछ राहत महसूस न हुई हो, लेकिन देश में खुदरा महंगाई दर मई माह में गिरकर 9.31 प्रतिशत हो गई। यह गिरावट फलों, वनस्पति तेल एवं दुग्ध उत्पादों के मूल्य में धीमी वृद्धि के कारण आई है।
इसे आप आंकड़ों का खेल कह सकते हैं। दरअसल, केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई)…
आपको महंगाई में भले कुछ राहत महसूस न हुई हो, लेकिन देश में खुदरा महंगाई दर मई माह में गिरकर 9.31 प्रतिशत हो गई। यह गिरावट फलों, वनस्पति तेल एवं दुग्ध उत्पादों के मूल्य में धीमी वृद्धि के कारण आई है।
इसे आप आंकड़ों का खेल कह सकते हैं। दरअसल, केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पिछले माह 9.39 प्रतिशत और मार्च में 10.39 प्रतिशत था। आंकड़ों के मुताबिक, फलों के दाम में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 6.01 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि वनस्पति तेल में 9.78 प्रतिशत की वृद्धि हुई। तेल एवं वसा की कीमत में 5.49 प्रतिशत और दुग्ध उत्पादों में 7.06 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
हालांकि, समीक्षाधीन माह के दौरान पिछले साल के मुकाबले अनाज की कीमत में 16.29 प्रतिशत की वृद्धि हुई। अंडा, मछली और मांस की कीमत में 12.52 प्रतिशत की वृद्धि हुई। उधर, गैर-अल्कोहल वाले पेय पदार्थो तथा पके हुए भोजन के मूल्य में भी वृद्धि दर्ज की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के लिए महंगाई दर में गिरावट राहत वाली रही। ग्रामीण क्षेत्रों में खुदरा महंगाई दर में मई माह में 8.89 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि पिछले महीने में यह 9.16 प्रतिशत थी।
शहरी क्षेत्र में महंगाई दर में समीक्षाधीन माह के दौरान 9.65 प्रतिशत की गिरावट आई थी, जबकि इससे पहले के महीने में यह 9.73 प्रतिशत दर्ज की गई थी।