नई दिल्लीवित्त मंत्री अरुण जेटली आगामी बजट में सर्विस टैक्स को बढ़ाकर 16 से 18 फीसदी करने का ऐलान कर सकते हैं। फिलहाल देश में सर्विस टैक्स की दर 15 फीसदी है। सर्विस टैक्स की दरें बढऩे से फोन, फ्लाइट, रेस्तरां और तमाम अन्य प्रकार की सेवाओं का उपभोग करने वालों पर टैक्स का बोझ बढ़ जाएगा। केंद्र सरकार ने 1 जुलाई या फिर 1 अक्टूबर से जीएसटी को लागू किए जाने का लक्ष्य तय किया है।
जीएसटी लागू होने पर केंद्र और राज्य सरकार की ओर से लगाए जाने वाले तमाम अप्रत्यक्ष कर इसमें समाहित हो जाएंगे। आम बजट इस बार बुधवार को पेश किया जाएगा और बजट तथा वित्त विधेयक पारित कराने की पूरी प्रक्रिया नया वित्त वर्ष शुरु होने से पहले सम्पन्न करा ली जाएगी ताकि 1 अप्रैल से ही विभाग अपने लिए प्रस्तावित बजट राशि का उपयोग शुरू कर सकें।
जीएसटी में चार दरें प्रस्तावित
जीएसटी में टैक्स की दरों को 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत के स्तर पर रखने का निर्णय किया गया है। सर्विस टैक्स की दर को इस बार के बजट में उपरोक्त में से किसी एक स्तर के नजदीक ले जाना तर्कसंगत होगा। फिलहाल सर्विस टैक्स की दर 15 फीसदी हैं, ऐसे में इसे 16 प्रतिशत के स्तर के करीब ले जाया जाना स्वाभाविक माना जाएगा। जेटली ने अपने पिछले बजट में सर्विस टैक्स की दर को 0.5 फीसदी बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया था।