‘ईज ऑफ डूइंग बिजनस’ रिपोर्ट के बाद शनिवार को एक कार्यक्रम में पीएम मोदी ने भारत की बेहतर रैंकिंग को गुड गवर्नेंस का एक संकेत बताया। इस दौरान कार्यक्रम में वर्ल्ड बैंक की सीईओ क्रिस्टलीना जॉर्जिवा भी मौजूद थीं। पीएम ने इस दौरान धन्यवाद भी किया। पीएम ने कहा कि ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनस’ ही ‘ईज ऑफ लाइफ’ है। पीएम ने कहा कि मेरे पास यही काम है। मोदी ने कहा, ‘मुझे देश के लोगों की जिंदगी में बदलाव लाना है। जो अपेक्षाएं दुनिया को हमसे हैं, उन्हें हम पूरा करेंगे। जीएसटी देश का सबसे बड़ा टैक्स रिफॉर्म है। इसके साथ हम देश के सबसे बड़े टैक्स सिस्टम की तरफ बढ़ रहे हैं।’ इस दौरान वर्ल्ड बैंक की सीईअो ने कहा कि भारत ने रैंकिंग में 30 अंकों की उछाल लगाई है। उन्होंने कहा कि यह कोई आसान बात नहीं है।
जीएसटी से खुलीं राहें
पीएम ने कहा, ‘जिस समय हमने जीएसटी का संकल्प किया, तब लोगों को लगता था कि होगा कि नहीं होगा। जब हो गया तो लोगों को लगा कि सब बेहतर होगा कि नहीं। सिर्फ दिल्ली के लोगों के पास ही बुद्धि नहीं है। आम आदमी भी यह सब समझता है।’ मोदी ने बताया कि जीएसटी को लेकर सरकार के पास कारोबारियों की तरफ से कई सुझाव आए थे। उन्होंने बताया कि उन सुझावों को करीब-करीब पूरी तरह स्वीकार किया जा रहा है। मोदी ने बताया कि भविष्य में भी जीएसटी को लेकर कोई सुझाव आएंगे तो उन पर भी काम होगा। उन्होंने कहा, ‘जीएसटी को बेहतर बनाने के लिए सिर्फ सरकार का ही दिमाग काम करे, ऐसा नहीं है। आम कारोबारी का सुझाव भी हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है।’