एयर इंडिया अपने घरेलू परिचालन में ड्रीमलाइन विमानों का इस्तेमाल बुधवार से फिर शुरू करेगी जबकि अंतरराष्ट्रीय परिचालन में इन विमानों को 22 मई से काम में लिया जाएगा। इस बीच सरकार ने आज कहा कि कंपनी मौजदा वित्त वर्ष में अपनी लागत में 2,000 करोड़ रुपये की कटौती करेगी।
कंपनी को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई व कोयंबतूर में अपनी परिसंपत्तियों के इस्तेमाल से 1000 कर…
एयर इंडिया अपने घरेलू परिचालन में ड्रीमलाइन विमानों का इस्तेमाल बुधवार से फिर शुरू करेगी जबकि अंतरराष्ट्रीय परिचालन में इन विमानों को 22 मई से काम में लिया जाएगा। इस बीच सरकार ने आज कहा कि कंपनी मौजदा वित्त वर्ष में अपनी लागत में 2,000 करोड़ रुपये की कटौती करेगी।
कंपनी को दिल्ली, मुंबई, चेन्नई व कोयंबतूर में अपनी परिसंपत्तियों के इस्तेमाल से 1000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त धन मिल सकता है। इसके अलावा तेल कंपनियों द्वारा एयर इंडिया को 500 करोड़ रुपए की रियायत दिये जाने की संभावना है।
इसके अलावा कर्मचारी खर्च में कमी, ऋण पर ब्याज, कार्यशील पूंजी व बुकिंग एजेंसी कमीशन में बचत आदि से कंपनी को 500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राजस्व मिलेगा।
नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने बताया, ड्रीमलाइनर विमान की पहली वाणिज्यिक उड़ान कल दिल्ली व कोलकाता के बीच होगी। छह बोइंग 787 विमानों में से दो में बैटरी में आग वाली घटना के बाद पहले ही बदलाव किया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि ड्रीमलाइनर की पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान 22 मई से शुरू होगी। कंपनी दिल्ली से बर्मिंघम और सिडनी व मेलबर्न मार्ग पर अगस्त, रोम व मिलान के लिए अक्त्ूबर तथा मास्को के लिए अगले साल से इन विमानों का इस्तेमाल करेगी।
सिंह ने आगे कहा कि एयर इंडिया के पास मौजूदा छह में से बाकी चार ड्रीमलाइनर विमान इस महीने के आखिर तक परिचालन में होंगे। बोइंग ऐसे आठ और विमान दिसंबर तक दे देगी जिससे कुल संख्या 14 हो जाएगी। कंपनी ने कुल 27 ड्रीमलाइनर विमानों के आर्डर दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि बैटरी में आग लगने की घटना के बाद से ही दुनिया भर में ड्रीमलाइनर विमानों का परिचालन 17 जनवरी से बंद है।