सोने का दाम दिन पर दिन गिरता जा रहा है। इसके बावजूद इस दिवाली आपको सस्ता सोने मिलने की उम्मीद नहीं है। क्योंकि ज्वेलर सोने का दाम गिरने को तैयार नहीं है।
अंतर्रराष्ट्रीय बाजार में सोना 3 महीने के निचले स्तर पर है। वायदा में इसका भाव 29000 रुपये के नीचे फिसल गया है। लेकिन हाजिर बाजार में अभी भी सोना 30000 रुपये के ऊपर बिक रहा है। आम निवेशकों का सबसे पसंदीदा एसेट सोना फिर से एक बड़ा गोता लगाने के लिए तैयार है। तो क्या इस दिवाली निवेशकों को सस्ता होना मिलेगा। अमेरिका से आ रहे संकेत तो इसी ओर इशारा कर रहे हैं। वहां के नेताओं इस बात की उम्मीद जताई है कि आज या कल में डेट सीलिंग पर कोई अहम फैसला हो सकता है। जानकारों का मानना है कि अगर अमेरिका में सहमति बनती है, तो इस हफ्ते के अंत तक सोने में तेज गिरावट आनी तय है।
एक हफ्ते में सोना करीब 4 फीसदी का गोता लगा चुका है। लेकिन ज्वैलर अभी भी वास्तविक कीमत से करीब 2000 रुपये ज्यादा रकम वसूल रहे है। ज्वेलरों के इस रवैये की वजह से भाव गिरने के बावजूद दिवाली पर सस्ता सोना मिलने की उम्मीद नहीं है। जानकारों का मानना है कि ऐसे माहौल में सोना खरीदना घाटे का सौदा हो सकता है।
ज्वैलरों की दलील है कि इंपोर्ट पर सख्ती से बाजार में सोने की किल्लत हो गई है। ऐसे में सोने पर उन्हें प्रीमियम देना पड़ रहा है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि ज्वैलर जब खुद मान रहे हैं कि डिमांड कम है, उनके कारीगर के पास कोई काम नहीं है, इसके बावजूद सोने पर इतना ज्यादा प्रीमियम क्यों।