1 फरवरी को आम बजट 2018-19 पेश किया जाएगा। मोदी सरकार अपने आखिरी पूर्ण बजट में मिडिल क्लास को बड़ी सौगात देने की योजना बना रही है। भाजपा मिडिल क्लास को अपना सबसे बड़ा वोट बैंक मानती है। इसीलिए सरकार मिडिल क्लास को साधने के लिए टैक्स में बड़ी राहत दे सकती है।

टैक्स में मिल सकती है छूट
जानकारी के मुताबिक सरकार बजट में टैक्स छूट, हेल्थ इंश्योरेंस पर अतिरिक्त लाभ, एफडी पर अधिक ब्याज का ऐलान किए जाने पर विचार कर रही है। बीते कुछ महीनों में सैंसेक्स में उछाल और म्युचूअल फंड्स के रिटर्न में इजाफा होने के चलते इन सरकारी निवेश योजनाओं का आकर्षण घटा है। बीते दिनों वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी कहा था कि सरकार लोगों के पास अधिक फंड छोड़ने पर विश्वास करती है ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा खर्च और निवेश कर सकें।

200 आइटम्स पर घटाया GST
सूत्रों का कहना है कि सरकार का एक वर्ग स्टॉक मार्केट ट्रांजैक्शंस पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स को बढ़ाने के पक्ष में है। सूत्रों के मुताबिक 5 लाख रुपए तक के ट्रांजैक्शन पर यह राहत मिलेगी। इसके अलावा लेवी भी 10 फीसदी से भी कम की जा सकती है। हाल ही में मिडिल क्लास को राहत देने के लिए सरकार ने 200 आइटम्स को 28 फीसदी जी.एस.टी. के दायरे से बाहर किया है। इनकम टैक्स की बात करें तो फिलहाल 2.5 लाख रुपए तक की आय पर कोई टैक्स नहीं है। इसके अलावा पी.पी.एफ. और 5 साल के लिए बैंक खातों में 1.5 लाख रुपए तक के निवेश पर छूट मिलती है। वहीं, इनकम टैक्स ऐक्ट के सेक्शन 80सी के तहत भी टैक्स में कई तरह की छूट मिलती हैं।