अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में भारी गिरावट जारी है। इससे सूरत के हीरा व्यापारियों का धंधा चौपट हो गया है सबसे ज्यादा मार छोटे व्यापारियों पर पड़ रही है।
सूरत के डायमंड व्यापारी इन दिनों दुविधा में फंसे हुए हैं। डॉलर की कीमतों में लगातार हो रहे इजाफे से इनका धंधा चौपट हो गया है। व्यापारी कोई भी बड़ी डील साईन करने से हिचकिचा…
अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में भारी गिरावट जारी है। इससे सूरत के हीरा व्यापारियों का धंधा चौपट हो गया है सबसे ज्यादा मार छोटे व्यापारियों पर पड़ रही है।
सूरत के डायमंड व्यापारी इन दिनों दुविधा में फंसे हुए हैं। डॉलर की कीमतों में लगातार हो रहे इजाफे से इनका धंधा चौपट हो गया है। व्यापारी कोई भी बड़ी डील साईन करने से हिचकिचा रहे हैं। दरअसल इन्हें रफ डायमंड का पेमेंट डॉलर में करना पड़ रहा है जिससे इन्हें लाखों का नुकसाना उठाना पड़ रहा है। छोटे व्यापारियों का हाल और भी खराब है। हालात इतने बुरे हैं कि इस उद्योग से जुड़े करीब 10 लाख कामगारों की रोजी रोटी पर संकट आ गया है।
दरअसल सूरत के ज्यादातर व्यापारी विदेशों से डायमंड मंगवाते हैं। रुपया कमजोर होने का असर सबसे ज्यादा उन इम्पोर्टरों को हो रहा है जो 90 से 120 दिन की उधारी पर इंपोर्ट करते हैं। यानि 3 महीने पहले जो डील 54 रुपये में हुई थी उसके लिए इन व्यापारियों को अब 60 रुपये पेमेंट करना पड़ रहा है। यह तो रुपयों में हिसाब हुआ पिछले वित्तीय वर्ष में 15 हजार मिलियन डॉलर के रफ डायमंड इंपोर्ट किए गए थे यानि कुल नुकसान लाखों में हो रहा है।
डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत में गिरावट लगातार जारी है। ऐसे में डॉयमंड व्यापारी फिलहाल आयात करने से कतरा रहे हैं जिसकी वजह से लाखों कामगार बेरोजगार हो गए हैं।