हॉलमार्किग के नए नियमों से देश में मिलेगा 4 गुना शुद्ध सोना

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ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) ने 1 जनवरी से सोने की शुद्धता मापने के नियमों में परिवर्तन कर दिया है. बीआईएस द्वारा किए गए परिवर्तन के बाद देश में सोने की शुद्धता में चार गुना सुधार होने की संभावना जताई जा रही है.

हॉलमार्किंग के नए नियम
बीआईएस के नए नियम के मुताबिक देश में हॉलमार्क सोने की ज्वैलरी अब तीन ग्रेड 14 कैरट, 18 कैरट और 22 कैरट में उपलब्ध होगी. हॉलमार्की की गई ज्वैलरी पर अब 4 तरह के निशान मौजूद रहेंगे. पहला, बीआईएस मार्क, दूसरा प्योरिटी(कैरेट में), तीसरा सोने में खारापन (उदाहरण 22 कैरेट सोने के लिए 22के916) और चौथा ज्वैलर्स के निशान के साथ-साथ हॉलमार्किग सेंटर की पहचान.

क्यों की जाती है हॉलमार्किंग
भारत में हॉलमार्किंग प्रक्रिया न सिर्फ गोल्ड मॉनेटाईजेशन स्कीम को सफल बनाने के लिए की जाती है बल्कि इसके सहारे देश से सोने की ज्वैलरी के निर्यात को मौजूदा 8 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर अगले पांच सालों में 40 बिलियन डॉलर तक ले जाना भी है.

कौन करता है हॉलमार्किंग
देश में सोने की हॉलमार्किंग प्रक्रिया कानूनी तौर पर जरूरी नहीं है. लेकिन इसे सोने की शुद्धता पर मुहर लगाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है और देश में लोग इस हॉलमार्किंग को देखने के बाद सोने की शुद्धता पर सवाल नहीं उठाते. कंज्यूमर अफेयर मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) पर सोने की हॉलमार्किंग का प्रशाषनिक कार्यभार है.

क्यों उठाया गया कदम
गौरतलब है कि हाल ही में वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल ने भारत में हॉलमार्क किए गए सोने की शुद्धता अलग-अलग पाई थी. जिसके बाद काउंसिल ने दावा किया था कि देश में महज 30 फीसदी ज्वैलरी हॉलमार्क की हुई है. काउंसिल ने इसके लिए देश के हॉलमार्किंग केन्द्रों की भूमिका पर भी सवाल उठाया था.

देश में हॉलमार्किंग केन्द्र
देश में लगभग 220 बीआईएस अधिकृत हॉलमार्किंग केन्द्र हैं. सर्वाधिक 57 केन्द्र तमिलनाडु और 39 केन्द्र केरल में हैं. वहीं जहां दक्षिण भारत में कुल 153 केन्द्र हैं तो उत्तर भारत में मात्र 111 केन्द्र हैं. देश में प्रति वर्ष 800-1000 टन सोने की खपत होती है और लगभग पूरा सोना इंपोर्ट किया जाता है.

सर्राफा बाजार में सोने की कीमत
दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में लगातार चौथे दिन तेजी जारी रही और यह 200 रुपये की तेजी के साथ छह सप्ताह के उच्चतम स्तर 29,450 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया. घरेलू हाजिर बाजार में स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की लिवाली और विदेशों में मजबूती के रुख से सोने में चमक बढ़ी है.

सोने का वैश्विक बाजार
बाजार सूत्रों ने कहा कि सकारात्मक वैश्विक संकेतों और आगामी शादी विवाह के मौसम के लिए फुटकर मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की सतत लिवाली से कारोबारी धारणा मजबूत हुई. वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना 0.33 फीसदी की तेजी के साथ 1,195 डॉलर प्रति औंस हो गयी और चांदी की कीमत 0.30 फीसदी की तेजी के साथ 16.74 डॉलर प्रति औंस हो गयी.