रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति का मंगलवार को ऐलान कर दिया और रेपो रेट को 6.75 फीसदी ही रखा, जिससे ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा.

आरबीआई ने कैश रिजर्व रेट में भी कोई बदलाव न करते हुए उसे 4 फीसदी ही बनाए रखा है. आरबीआई का कहना है कि अर्थव्यवस्था में जल्दी सुधार के संकेत दिख रहे हैं, लेकिन सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर का अनुमान थोड़ी गिरावट की आशंका के साथ 7.4 फीसदी पर अपरिवर्तित है. आरबीआई ने सकारात्मक आंकड़ों के आधार पर नीतिगत दरों में और कटौती का विकल्प खुला रखा है.

कृषि वृद्धि दर कमजोर रहेगी
आरबीआई ने रबी फसल की पैदावार में कमी की स्थिति मुद्रास्फीति पर नियंत्रण के लिए खाद्य उत्पादों के बेहतर आपूर्ति प्रबंधन का आह्वान किया. कृषि वृद्धि पर चिंता जाहिर की गई और बताया गया कि इस साल कृषि वृद्धि दर कमजोर रहेगी. उपभोग मांग को शहरी बाजारों से बल मिल रहा है लेकिन ग्रामीण बाजारों से मांग कमजोर है.

महंगाई ने बढ़ावा दबाव
पिछले 3 महीने में महंगाई का दबाव बढ़ा है. खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण सितंबर में सीपीआई जहां 4.1 फीसदी थी, वह अक्टूबर में बढ़कर 5.0 फीसदी हो चुकी है. इसके बावजूद आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन ने ब्याज दरों में कोइ्र बदलाव नहीं किया.

By parshv