कैदी के रूप में कुछ इस तरह बीतेगी संजय की जिंदगी

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आज टाडा कोर्ट में सरेंडर के बाद संजय दत्त करीब साढ़े तीन साल की सजा के लिए यरवदा जेल पहुंचेंगे। संजय के लिए जितनी भारी कल की रात रही उससे कहीं ज्यादा मुश्किल होगा आज का दिन। आईए बताते हैं कैसे मुन्ना तय करेगा टाडा कोर्ट से यरवदा जेल तक का सफर।

जैसे जैसे टिक टिक कर घड़ी की सुईंया आगे बढ़ रही है संजय की सरेंडर करने की मियाद भी खत्म हो रही है। कुछ ही घ…

कैदी के रूप में कुछ इस तरह बीतेगी संजय की जिंदगी

आज टाडा कोर्ट में सरेंडर के बाद संजय दत्त करीब साढ़े तीन साल की सजा के लिए यरवदा जेल पहुंचेंगे। संजय के लिए जितनी भारी कल की रात रही उससे कहीं ज्यादा मुश्किल होगा आज का दिन। आईए बताते हैं कैसे मुन्ना तय करेगा टाडा कोर्ट से यरवदा जेल तक का सफर।

जैसे जैसे टिक टिक कर घड़ी की सुईंया आगे बढ़ रही है संजय की सरेंडर करने की मियाद भी खत्म हो रही है। कुछ ही घंटो में संजय सलाखों के पीछे होंगे लेकिन जेल जाने से पहले उन्हे एक लंबी कानून प्रक्रिया से गुजरना होगा।

सबसे पहले सुबह 8.30 पर संजय घर से टाडा कोर्ट के लिए रवाना होंगे वो करीब 9 बजे तक टाडा कोर्ट पहुंचेंगे। संजय की सरेंडर की प्रक्रिया पूरी करने में अदालत को लगभग आधे पौने घंटे का वक्त लगेगा। इसके बाद करीब 10 बजे संजय के आर्थर रोड जेल पहुंचने की उम्मीद है। आर्थर रोड जेल पहुंचने के बाद संजय फ्रिस्किंग की प्रक्रिया से गुजरेंगे।

इस प्रक्रिया में उनकी नगण्य अवस्था में जांच की जाएगी और उनके शरीर पर मौजूद निशानों को नोट किया जाएगा। साथ ही संजय ने जो कुछ भी गहनों या घड़ी के तौर पर पहन रखा होगा उसे जमा कर लिया जाएगा। अगर सब कुछ सही वक्त पर निपट गया तो करीब 11 बजे संजय को आर्थर रोड जेल से पुणे की यरवदा जेल ट्रांसफर कर दिया जाएगा और वो शाम 4 बजे तक यरवदा जेल पहुंच जाएंगे।

लेकिन अगर सारी कार्रवाई वक्त पर नहीं हुई तो उन्हें एक रात आर्थर रोड जेल में ही गुजारनी होगी। अगर ऐसा हुआ तो संजय को शाम 6 बजे के करीब रात का खाना दिया जाएगा जिसमे 5 रोटियां, दाल, एक सब्जी और दो कटोरी चावल दिया जाएगा। इसी तरह अगली सुबह संजय को नाश्ते में मूंग की दाल औऱ दो चपाती दी जाएगी साथ ही एक कप चाय, चार ब्रेड 2 केले या फिर दूध दिया जाएगा लेकिन अगर संजय को 16 मई को ही यरवदा जेल पहुंचा दिया जाता है तो फिर वहां पहुंचने पर उन्हे एक जोड़ी कुर्ता पायजामा, दो तौलिये और एक टोपी दी जाएगी।

इस तरह संजय सजायाफ्ता कैदी की जिंदगी बसर करेंगे और शुरु होगा जेल से बाहर आने का एक लंबा इंतजार।