मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त की जिंदगी बदल गई है अब वे अभिनय नहीं जेल में मजदूरी करेंगे। अब वे रोज किसी शूटिंग पर जाने की झंझट से बच गए हैं। आराम करो, फिर सुबह चाय और नाश्ते के बाद चार-पांच घंटे मजदूरी करो। मजदूरी में यही बस छोटे-मोटे काम। इस दौरान यदि उन्हें कैंटिग से कुछ खाने की चीजें लेना हो तो ले सकेंगे।
संजय को शुरुआती छह माह तक जेल में वह 40 रुपए मिलेंगे याने महीने में करीब 1200 रुपए। इस दौरान संजय दत्त को जेल में कैदियों वाले कपड़े पहनने होंगे। इसके अलावा, उन्हें दो कंबल, एक चटाई, एक तकिया व चादर मिलेगी। फर्श पर सोना होगा।
गौरतलब है कि संजय दत्त को बुधवार तड़के मुंबई की ऑथर रोड़ जेल से पुणे स्थित उच्च सुरक्षा वाली यरवदा जेल भेज शिफ्ट किया गया है।
वर्ष 1993 में हुए श्रृंखलाबद्ध मुंबई बम विस्फोटों के सिलसिले में शेष सजा काटने के लिए उच्चतम न्यायालय द्वारा दी गई समय सीमा समाप्त होने के बाद संजय ने 16 मई को आत्मसमर्पण कर दिया था। आत्मसमर्पण के बाद उन्हें ऑर्थर रोड जेल लाया गया और वहां ‘अंडा सेल’ में रखा गया था।
उच्चतम न्यायालय ने 1993 में हुए श्रृंखलाबद्ध मुंबई बम विस्फोट मामले में संजय की दोषसिद्धी बरकरार रखी थी और उन्हें 42 माह की जेल की सजा काटनी है। बहरहाल, उच्चतम न्यायालय ने संजय की छह साल की सजा घटा कर पांच साल कर दी है।
सूत्रों ने बताया कि दत्त को यरवदा जेल में उच्च सुरक्षा वाली कोठरी में रखा जाएगा। अतिरिक्त महानिदेशक (कारागार) मीरन बोरवंकर ने पुष्टि की कि संजय को यरवदा जेल भेजा है, लेकिन उन्होंने यरवदा जेल में किए गए इंतजामात के बारे में कुछ नहीं बताया।
संजय को उच्चतम न्यायालय ने 14 मई को साढ़े तीन साल की जेल की सजा काटने के लिए और समय देने से मना कर दिया था। इसके बाद उन्होंने विशेष टाडा अदालत में आत्मसमर्पण किया था।