एक ऑनलाइन सर्वे में सिने प्रेमियों ने दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (डीडीएलजे) को भारतीय सिनेमा के पिछले 100 वर्षों के इतिहास की सबसे पसंदीदा फीचर फिल्म चुना है। इस फिल्म में शाहरुख खान और काजोल की जोड़ी है।
भारतीय फिल्मों के लिए इंग्लैंड की सबसे बड़ी पे पर व्यू (पीपीवी) सेवा प्रदाता सोनाना ने एक ऑनलाइन मतदान आयोजित किया था जिसमें सिनेप्रेमियों ने डी…

एक ऑनलाइन सर्वे में सिने प्रेमियों ने दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (डीडीएलजे) को भारतीय सिनेमा के पिछले 100 वर्षों के इतिहास की सबसे पसंदीदा फीचर फिल्म चुना है। इस फिल्म में शाहरुख खान और काजोल की जोड़ी है।
भारतीय फिल्मों के लिए इंग्लैंड की सबसे बड़ी पे पर व्यू (पीपीवी) सेवा प्रदाता सोनाना ने एक ऑनलाइन मतदान आयोजित किया था जिसमें सिनेप्रेमियों ने डीडीएलजे को सबसे पसंदीदा फिल्म चुना। भारतीय फिल्म उद्योग के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर ऑनलाइन मतदान में सिनेप्रेमियों ने फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल नेटवर्किंग साइट, ई-मेल और मूवी पोर्टल के जरिए अपना मत दिया। शाहरुख खान और काजोल की मुख्य भूमिकाओं वाली सफल रोमांटिक कॉमेडी डीडीएलजे को 47 प्रतिशत मत मिले। बता दें कि बॉलीवुड के महान फिल्मकार यश चोपड़ा के बेटे आदित्य चोपड़ा के निर्देशन में बनी यह फिल्म राज कपूर की आवारा (1951), महबूब खान की मदर इंडिया (1957) और रमेश सिप्पी की शोले (1975) जैसी 10 सदाबहार और बेहतरीन फिल्मों को पछाड़कर सबसे पसंदीदा फिल्म बनी है।
इंग्लैंड, स्विट्जरलैंड और भारत में फिल्माई गई इस फिल्म को सदाबहार सफलतम फिल्म घोषित किया गया है। यह फिल्म मुंबई के मराठा मंदिर थियेटर में 900 सप्ताहों तक दिखाई गई थी और फिल्म ने भारतीय सिनेमा में सबसे अधिक समय तक थियेटर में दिखाए जाने का इतिहास बनाया।
सोनाना की सीएमओ शाजिया निजाम ने कहा कि डीडीएलजे की लोकप्रियता को देखते हुए उन्हें इस फिल्म के सबसे पसंदीदा फिल्म चुने जाने पर हैरानी नहीं हुई।
शाहरुख और काजोल की जोड़ी बॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय जोडि़यों में शुमार है। डीडीएलजे के अलावा शाहरुख-काजोल की जोड़ी कई और फिल्मों में भी नजर आई, हर फिल्म में इन्हें दर्शकों को काफी प्यार मिला।
भारतीय सिनेमा ने पिछली 3 मई को 100 साल पूछे कर लिए हैं, इस मौके पर एक फिल्म बॉम्बे टॉकीज भी रिलीज की गई जो भारतीय सिनेमा को एक ट्रिब्यूट थी।