मुंबई। वेतन संबंधी शिकायतों के चलते ‘द वेस्टर्न इंडियन मोशन पिक्चर एंड टेलीविजन साउंड इंजीनियरिंग एसोसिएशन’ ने आठ दिसंबर से काम बंद रखने की घोषणा कर दी है। अगर ऐसा होता है, तो कई फिल्मों और टेलीविजन कार्यक्रमों की शूटिंग अधर में लटक जाएगी।
संगठन ने अपने सदस्यों को पत्र लिखकर फैसले की जानकारी दी है। पत्र में कहा गया है कि संगठन के सदस्यों को छुट्टियां नहीं दी जाती। देर रात काम करने पर आने जाने का खर्च नहीं दिया जाता है।
पारिश्रमिक का समय पर भुगतान नहीं होता और इस संबंध में बात करने पर पेशेवरों को काम से हटा दिया जाता है। इसलिए संगठन ने काम बंदी का फैसला किया है।
संगठन ने आठ दिसंबर से सभी तरह के दृश्य-श्रव्य कार्यक्त्रमों, आंतरिक व बाहरी स्टूडियो में फिल्म और धारावाहिकों की शूटिंग, विापनों, गानों की रिकॉर्डिग, संगीत संपादक, साउंड मिक्सिंग, डबिंग के काम को बंद रखने का फैसला किया है। संगठन के फैसले पर प्रतिक्त्रिया देते हुए फिल्म निर्माता सुभाष घई ने कहा कि अगर संगठन के सदस्य हड़ताल पर जाते हैं, तो इससे पूरा फिल्म उद्योग प्रभावित होगा।
घई इस समय अपनी महत्वाकांक्षी फिल्म ‘कांची’ को पूरा करने में लगे हैं। फिल्म निर्माता भूषण कुमार ने बताया, ‘मैं अपनी दो फिल्मों भूतनाथ-2 और एक अनाम फिल्म की शूटिंग कर रहा हूं। फिल्म निर्माताओं का संगठन ध्वनि पेशेवरों से बातचीत कर रहा है। मुझे उम्मीद है कि जल्द ही कोई रास्ता निकल आएगा।’
फिल्म हैपी न्यू ईयर की शूटिंग में व्यस्त निर्माता फराह खान ने कहा कि बाजार में निर्माताओं का पैसा लगा है। कामबंदी के फैसले से नुकसान होगा। दोनों पक्षों को बैठकर इस मसले का हल निकालना चाहिए। वहीं संगठन के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने कहा,’ हम लंबे समय से अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। हमारा पारिश्रमिक कई वर्षो से नहीं बढ़ा है। समय आ गया है कि हम अपनी आवाज उठाए।’