ऋषि कपूर का एक बयान फिर एक बार विवाद का कारण बन सकता है. उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि इंडस्ट्री में कई ऐेसे लोग हैं जिन्हें एक्ट‍िंग आती ही नहीं है. हाल ही में ऋषि ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे ऐसे एक्टर भी हैं, जिन्हें पता ही नहीं कि एक्टिंग क्या होती है.

ऋषि कपूर काफी स्ट्रेट फाॅर्वर्ड माने जाते हैं. वो सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी राय रखते हैं. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बॉलीवुड के बदलते स्वरूप के बारे में बातें की. उन्होंने कहा कि मुझे हमेशा लगता है कि फिल्म की पटकथा ही फिल्म की जान होती है. मैंने कई सारी फिल्मों में काम किया, जो कि कंटेंट पर आधारित फिल्में थीं.

ऋषि ने प्रेम रोग, दामिनी और तवायफ जैसी फिल्मों में काम किया था जिसकी पटकथा में काफी दम था. उन्होंने कहा कि भले ही फिल्म में एक्शन सीन्स का आभाव रहा हो, पर इन फिल्मों नें अपने कंटेंट के दम पर बड़ी कामयाबी हासिल की.

एक्टिंग के बारे में बात करते हुए ऋषि ने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में कई सारे ऐसे अभिनेता हैं जिनको पता ही नहीं है कि एक्टिंग क्या होती है. एक्टिंग के लिए भीख मांगना और तरह-तरह की सिफारिशों के जरिए रोल पाना गलत तरीका है. एक एक्टर को तो अच्छी एक्टिंग आनी ही चाहिए.

मौजूदा दौर में फिल्मों के बारे में बात करते हुए वो कहते हैं कि आजकल विविध किस्म की फिल्में बन रही हैं. हिंदी मीडियम, शुभ मंगल सावधान दोनों काफी विपरीत पटकथा वाली फिल्में हैं मगर इन दोनों ही फिल्मों को दर्शकों द्वारा पसंद किया जा रहा है.

जब उनसे भारतीय फिल्मों के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में जाने और अवॉर्ड ना जीत पाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फिल्म फेस्टिवल इंटस्ट्री में कुछ ज्यादा फर्क पैदा नहीं करते. यहां पर फिल्में फेस्टिवल्स के लिए नहीं बनती हैं. यहां फिल्में इसलिए बनाई जाती हैं ताकि वो ज्यादा लोगों तक पहुंच सकें और कॉमर्शियली हिट हो सकें.