उम्र संबंधी कारणों और अन्य समस्याओं के चलते बेंगलूर के निजी अस्पताल में इलाज करा रहे महान पाश्र्वगायक मन्ना डे की हालत में मामूली सुधार हुआ है। नारायण हृदयालय अस्पताल के सूत्रों ने कहा, मन्ना डे की हालत कल से कुछ बेहतर हुई है। उनकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ है और स्थिति भी स्थिर बनी हुई है।
94 वर्षीय डे ने अपने सात दशक लंबे करियर में हिंदी और बंगाली…
उम्र संबंधी कारणों और अन्य समस्याओं के चलते बेंगलूर के निजी अस्पताल में इलाज करा रहे महान पाश्र्वगायक मन्ना डे की हालत में मामूली सुधार हुआ है। नारायण हृदयालय अस्पताल के सूत्रों ने कहा, मन्ना डे की हालत कल से कुछ बेहतर हुई है। उनकी हालत में थोड़ा सुधार हुआ है और स्थिति भी स्थिर बनी हुई है।
94 वर्षीय डे ने अपने सात दशक लंबे करियर में हिंदी और बंगाली सहित विभिन्न भाषाओं में 3,500 से अधिक गाने गाए हैं और मुंबई में 50 साल बिताने के बाद वे बेंगलूर में रहने लगे।
कुछ दिनों पहले दादा साहेब फाल्के पुरस्कार विजेता डे को फेंफड़े में संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शनिवार को उनके स्वास्थ्य में गिरावट देखी गई थी। इससे पहले कुछ हफ्तों से घर पर ही उनका इलाज चल रहा था। उनके चर्चित गानों में ‘पूछो न कैसे मैंने’, ‘ऐ मेरी जोहरा जबीं’, ‘जिंदगी कैसी है पहेली’, ‘ये दोस्ती हम नहीं छोड़ेंगे’ और ‘एक चतुर नार’ शामिल हैं।