पुणे: जेल जाने पर भी अभिनेता संजय दत्त की मुसीबतें खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। यरवदा जेल में बंद संजय दत्त के सामने अब एक अजीब मुसीबत खड़ी हो गई है। दरअसल पिछले लगभग तीस साल में संजय दत्त ने अपने हाथ से हस्ताक्षर करने के अलावा कुछ भी नहीं लिखा है। लिखने की प्रैक्टिस छूटने के चलते अब वह लिखना पूरी तरह से भूल चुके हैं। इसका खामियाज़ा उन्हें जेल में भुगतना पड़ रहा है। जेल सूत्रों के मुताबिक़ अब संजय दत्त को जेल के अंदर दूसरे कैदियों से अपने लिए लिखने का काम करवाना पड़ रहा है।
जेल सूत्रों के मुताबिक संजय दत्त ने पिछले 30 वर्षों में सिर्फ हस्ताक्षर किया है। इसके चलते उनकी लिखने की आदत छूट चुकी है। मामले का खुलासा तब हुआ, जब जेल में कैंटीन ने संजय दत्त से उनकी जरूरत की चीजों की सूची मांगी। इसके लिए उन्हें पेन और कागज़ दिया गया। इस पर संजय दत्त का कहना था कि उन्हें लिखना नहीं आता और उन्होंने पिछले 30 साल से कुछ भी नहीं लिखा है।
संजय दत्त की इस बात से हैरान जेल प्रशासन ने संजय दत्त के कहने पर एक साथी कैदी की सहायता से उनकी जरूरत की सभी चीजें एक कागज़ पर लिखवाई। संजय दत्त का कहना था कि उन्होंने पिछले 30 साल से कुछ भी लिखा नहीं है। घर पर भी अगर कुछ लिखना होता था तो उसके लिए एक राइटर था। फिल्मों में गांधीगीरी का पाठ पढ़ाने वाले संजय दत्त अब खुद अक्षरों को पहचानना भूल बैठे हैं।