पद्मश्री से सम्मानित और मशहूर शास्त्रीय संगीत सिगंर शांति हीरानंद चावला का 27 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने शुक्रवार को गुरुग्राम स्थित एक अस्पताल में आखिरी सांस ली। शांति हीरानंद लंबे समय से बीमार चल रही थीं। न्यूज एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक वह गैस्ट्रोएंट्राइटिस की समस्या से पीड़ित थीं।
तबीयत बिगड़ने पर उन्हें फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया। शांति हीरानंद जी के बेटे निश्चिंत चावला ने मीडिया को बताया- ‘वह काफी समय से बीमार थीं और रविवार से हाॅस्पिटल में भर्ती थीं। लेकिन कल रात उनकी हालत बिगड़ गई और शुक्रवार सुबह उनका निधन हो गया।’बता दें कि गुरुग्राम में आज सुबह उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
बता दें कि शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में शांति हीरानंद काफी फेमस थीं। उन्होंने ठुमरी, दादरा और गजल में बेगम अख्तर से संगीत की शिक्षा हासिल की थी। उन्होंने इस्लामाबाद, लाहौर,बोस्टन, न्यूयॉर्क, टोरंटो,और वाशिंगटन सहित दुनियाभर में कई जगह पर अपनी प्रस्तुति से दर्शकों के दिलों को जीता। संगीत के अलावा उन्होंने गजल में भी काफी नाम कमाया था।
उनके बारे में कहा जाता है कि एक बार बेगम अख्तर ने कहा था- ‘मेरी मौत के बाद अगर आप मेरी आवाज सुनना चाहते हैं तो इसे शांति के गायन के माध्यम से सुन सकते हैं।’ बता दें कि गुरुग्राम में आज सुबह उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।