हर व्यक्ति को उम्र के किसी न किसी पड़ाव पर मोटापा महसूस होता है. कई बार शरीर में चर्बी बढ़ने के कारण गंभीर रोग भी हो जाते हैं. इसीलिए सबसे पहले खुराक में परिवर्तन लाएं, अगर आपको पेट के निचले हिस्से में फैट जमा होने लगा है तो अपनी खुराक में परिवर्तन लाएं. बढ़ते पेट की समस्याएं-
बेली फैट: पेट के निचले हिस्से में बढ़ने वाले फैट को बेली फैट कहा जाता है, यह देखने में काफी भद्दा लगता है और फिगर को गंदा बना देता है. इस फैट से पाचन क्रिया और रीढ़ की हड्डी पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इसलिए, अगर आपको भी बैली फैट होने लगा है तो इसे कम करने के बारे में सोचना शुरू कर दीजिए. बढ़ने वाले पेट में टॉक्सिन इक्ट्ठे हो जाते हैं: शरीर में कहीं और चर्बी होने से अलग होता है बेली फैट. पेट में जमा होने वाले फैट में कई सारे टॉक्सिन भी इक्ट्ठे हो जाते हैं जिससे शरीर में ऐसे हारमोन निकलते हैं जो नुकसान पहुंचाते हैं.
यह मधुमेह का कारण भी बनता है:-
टमी फैट के कारण निकलने वाले हारमोन्स से एक हारमोन शुगर (डाइबिटीज) होने का कारण भी बन सकता है. यह शरीर में इंसुलिन प्रतिरोधक को बढ़ा देता है और व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन की मात्रा कम होती जाती है.
हार्ट अटैक की वजह भी बन सकता है:-
इसकी वजह से कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ जाता है जिसकी वजह से हार्ट संबंधी रोग भी हो जाते हैं. जो गंभीर होते हैं और मरीज की जान लेने में देर नहीं लगाते. इसकी वजह से हार्ट अटैक, स्ट्रोक से तुंरत मृत्यु होने का खतरा बहुत ज्यादा हो जाता है.
कैंसर का भी खतरा:-
कई बार मोटे पेट के कारण निकलने वाले हारमोन से कैंसर या अवसाद का खतरा भी बना रहता है. रक्त के थक्के का जमना, ब्लड प्रेशर आदि की समस्या भी हो सकती है.
पेट को प्रोटीन के सेवन से इसे कम करें:-
शोध से यह बात साफ हो चुकी है कि प्रोटीन के सेवन से इसे कम किया जा सकता है तो प्रोटीन का भरपूर सेवन करें. लेकिन स्वस्थ रहें और पेट पर चढ़ने वाली चर्बी को कम करें.
पेट की चर्बी आसानी से कम नहीं होती :-
इसके लिए अपने खाने से लेकर जौगिंग और जिम में मेहनत करनी होगी. व्यायाम करें, दौड़ें, शारीरिक श्रम करें और बढ़े पेट को कम करने का प्रयास करें.