मैदे से बनी ज्यादातर चीजों को डीप फ्राई करके ही खाया जाता है, जिसके चलते वजन कम करने की ख्वाहिश रखने वाले मैदा खाने से परहेज ही करते हैं. लेकिन मैदा सिर्फ ऐसे लोगों के लिए ही खतरनाक नहीं है. मैदे का इस्तेमाल बहुत संतुलित मात्रा में करना चाहिए, वरना ये सेहत बिगाड़ सकता है.
दरअसल, मैदा आटे का री-फाइन्ड रूप होता है. इसे बारीक और महीन बनाने के लिए कई बार पीसा जाता है. ऐसा करने से अच्छी क्वालिटी का मैदा तो मिल जाता है लेकिन उसमें मौजूद सभी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं. इसमें मौजूद फाइबर खत्म हो जाते हैं.
फाइबर के अभाव में मैदा पेट के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इसके अलावा मैदे को सफेद बनाने के लिए उसे ब्लीच किया जाता है. ब्लीच करने के लिए बेंजोइल पेरॉक्साइड का इस्तेमाल किया जाता है. ये रसायन कैंसर का कारण भी बन सकता है. हालांकि इसके संतुलित इस्तेमाल से कोई खतरा नहीं है लेकिन इसका बहुत अधिक इस्तेमाल सेहत बिगाड़ सकता है.
बहुत अधिक मैदा खाने से हो सकते हैं ये नुकसान:
1. मोटापा बढ़ाने का काम करता है.
2. मैदे से बनी चीजों के ज्यादा इस्तेमाल से कब्ज की प्रॉब्लम हो जाती है.
3. मैदे में ग्लूटन होता है जिससे फूड एलर्जी होने का खतरा बढ़ जाता है.
4. बहुत अधिक मैदे के इस्तेमाल से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं.
5. मैदे का बहुत अधिक इस्तेमाल करने से इम्यून सिस्टम पर भी असर पड़ता है.
6. ये डायबिटीज और गठिया जैसी बीमारियों का भी कारण बन सकता है.