ब्लड प्रेशर को कम करने वाली कुछ दवाओं का भयानक दुष्प्रभाव हो सकता है. शोधकर्ताओं ने ब्लड प्रेशर की दवाएं लेने और एज-रिलेटेड मैक्युलर डिजेनरेशन (एएमडी) की शुरुआती अवस्था के विकास के बीच संबंध पाया है, जिससे नजर कमजोर हो सकती है और अंधापन भी हो सकता है. एएमडी, आंखों की मैक्युला की गिरावट है, जो साफ देखने के लिए जरूरी होती है.
यूनिवर्सिटी ऑफ विसकनसिन के स्कूल ऑफ मेडिसिन एंड पब्लिक हेल्थ के रोनाल्ड कीन सतर्क करते हुए कहते हैं, ‘ये परिणाम महत्वपूर्ण हो सकते हैं, यह महत्वपूर्ण है कि उन्हें पहले दोहराया जाए और किसी के चिकित्सकीय आहार नियम बदलने से पहले उसका संभव डॉक्टरी ट्रायल हो.’
इस निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए शोधकर्ताओं ने 1988 से 2013 तक 43-86 साल की उम्र के लगभग 5,000 लोगों का दीर्घकालिक जनसंख्या आधारित शोध किया.
आयु, लिंग और अन्य कारकों का समायोजन करने के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि एप्रेसोलिन और लोनिटेन जैसी रक्तवाहिकाओं को चौड़ा करने वाली ब्लड प्रेशर संबंधी दवाओं (वासोडिलेटर), प्रारंभिक-अवस्था का एएमडी बनाने में 72 फीसदी सहयोगी हैं.
जो लोग वासोडिलेटर नहीं लेते उनमें शुरुआती चरण का एएमडी बनने की संभावना 8.2 फीसदी थी. जो लोग वासोडिलेटर दवाएं ले रहे थे उनमें बीमारी 19.1 फीसदी हुई.
अध्ययन में ब्लड प्रेशर कम करने वाली दवाओं से भी एएमडी का जोखिम होने का अनुमान लगाया गया है. शोधकर्ताओं ने चेताया कि है उनके शोध में दवाओं के प्रभाव और उन्हें लेने वाले लोगों की स्थितियों पर विचार नहीं हो पाया है.