राहुल गांधी के उत्तराखंड दौरे के बाद जहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग जारी है, वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे भी अपनी जुबान से पलट गए हैं।
सुशील कुमार शिंदे ने कहा है, ”मैंने शुरुआती दौर में वीआईपी लोगों को उत्तराखंड दौरे पर जाने से मना किया था न कि बाद में। अब हालात सामान्य हो रहे हैं, लिहाजा वीआईपी लोगों के वहां जाने में कोई…
राहुल गांधी के उत्तराखंड दौरे के बाद जहां कांग्रेस और बीजेपी के बीच जुबानी जंग जारी है, वहीं दूसरी तरफ गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे भी अपनी जुबान से पलट गए हैं।
सुशील कुमार शिंदे ने कहा है, ”मैंने शुरुआती दौर में वीआईपी लोगों को उत्तराखंड दौरे पर जाने से मना किया था न कि बाद में। अब हालात सामान्य हो रहे हैं, लिहाजा वीआईपी लोगों के वहां जाने में कोई दिक्कत नहीं है। अब जो वहां गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जाना चाहते हैं तो जा सकते हैं। शिंदे का यह बयान तब आया है, जब राहुल उत्तराखंड का दौरा कर चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्री पर यह आरोप लगाया जा रहा है कि उन्होंने राहुल को उत्तराखंड के दौरे की इजाजत देने के लिए नियमों में बदलाव किया।
बता दें कि इससे पहले शिंदे ने नरेंद्र मोदी को उत्तराखंड में सड़क मार्ग से सर्वे करने से मना कर दिया था। इसलिए उन्हें भी दूसरे नेताओं की तरह बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे करना पड़ा। हालांकि मोदी चाहते थे कि वह सड़क मार्ग से सर्वे करें और प्रभावित लोगों के बीच जाकर उनके दुख दर्द बांटें।
मोदी गए आलोचनाओं के शिकार हुए, राहुल गए विवाद खड़ा हुआ। लिहाजा अखिलेश नहीं गए, ताकि विवाद ही न हो। उत्तराखंड हादसे और उसके बाद वहां के दौरे को लेकर राजनेताओं की फितरत भी बड़ी अजीब है। राजनेताओं का जवाब नहीं जो भी करते हैं उसके हक में मजबूत दलील लेकर हाजिर हो जाते हैं। मोदी उत्तराखंड गए, उनके पहुंचने के वक्त पर विवाद हुआ। राहुल गए। उन्हें बेवजह सुविधाएं देने के आरोप लगे। यूपी के सीएम अखिलेश यादव उत्तराखंड नहीं गए।