कोयला ब्लाक आवंटन मामले की सीबीआई रिपोर्ट में बदलाव किए जाने को लेकर उच्चतम न्यायालय की कड़ी टिप्पणियों के बावजूद कानून मंत्री अश्विनी कुमार को उनके पद से नहीं हटाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कड़ी आलोचना की है।
आडवाणी ने ‘सम्राट ने कपड़े नहीं पहने हैं’ शीर्षक से अपने नए ब्लॉग में आरोप लगाया…
कोयला ब्लाक आवंटन मामले की सीबीआई रिपोर्ट में बदलाव किए जाने को लेकर उच्चतम न्यायालय की कड़ी टिप्पणियों के बावजूद कानून मंत्री अश्विनी कुमार को उनके पद से नहीं हटाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कड़ी आलोचना की है।
आडवाणी ने ‘सम्राट ने कपड़े नहीं पहने हैं’ शीर्षक से अपने नए ब्लॉग में आरोप लगाया है कि मनमोहन सिंह सरकार वैसा ही आचरण अपनाए हुए है, जैसा आपातकाल के दिनों में था। उन्होंने लिखा कि अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर रेल मंत्री और कानून मंत्री से इस्तीफा मांगने की विपक्ष की मुखर मांग और अदालत की कटु आलोचना तथा कुछ नए रहस्योद्घाटनों के बावजूद इन्हें हटाने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। इसकी बजाए सरकार दोनों मंत्रियों, खासकर कानून मंत्री का बचाव कर रही है, क्योंकि सरकार से उन्हें हटाने से प्रधानमंत्री का भी अपने पद पर बने रहना भी मुश्किल बन जाएगा। इस दबाव से बचने के प्रयास में संसद के बजट सत्र को उसके निर्धारित समय से दो दिन पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
इसके साथ ही अपने ब्लाग में उन्होंने विपक्ष के हंगामे के कारण बजट सत्र में कोई खास काम काज नहीं होने का ठीकरा सरकार के सिर फोड़ते हुए कहा कि कोलगेट और रेलगेट जैसे महाघोटालों के लिए सरकार की जवाबदेही बनती है, जिससे वह भाग रही थी।
उन्होंने कहा कि कोयला घोटाले की सीबीआई रिपोर्ट में सरकार द्वारा फेर-बदल करने की पुष्टि उच्चतम न्यायालय ने यह टिप्पणी करके कर दी है कि सरकार के अधिकारियों के सुझाव पर रिपोर्ट के सार को बदल दिया गया।