साल 2004 के इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में सीबीआई आज आरोप-पत्र दाखिल करेगी। आरोप-पत्र में सिर्फ उन पुलिसकर्मियों का नाम होने की संभावना है जो मुठभेड़ के वक्त मौका-ए-वारदात पर मौजूद थे। आरोप-पत्र दाखिल करते वक्त सीबीआई इस मामले में साजिश के कोण की तफ्तीश की खातिर अदालत से मोहलत मांग सकती है।
बुधवार को दाखिल किए जाने वाले आरोप-पत्र में खुफिया…
साल 2004 के इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में सीबीआई आज आरोप-पत्र दाखिल करेगी। आरोप-पत्र में सिर्फ उन पुलिसकर्मियों का नाम होने की संभावना है जो मुठभेड़ के वक्त मौका-ए-वारदात पर मौजूद थे। आरोप-पत्र दाखिल करते वक्त सीबीआई इस मामले में साजिश के कोण की तफ्तीश की खातिर अदालत से मोहलत मांग सकती है।
बुधवार को दाखिल किए जाने वाले आरोप-पत्र में खुफिया ब्यूरो के विशेष निदेशक राजेंद्र कुमार को नामजद किए जाने की तो संभावना नहीं है पर जांच एजेंसी अपनी आखिरी रिपोर्ट में उनका नाम डाल सकती है। आखिरी रिपोर्ट में सीबीआई दावा कर सकती है कि इशरत और तीन अन्य लोगों को मुठभेड़ में मार गिराने से पहले आईबी ने उनसे पूछताछ की थी।
अहमदाबाद में सीबीआई की विशेष अदालत में आरोप-पत्र दायर किया जाएगा। अहमदाबाद के पास हुई मुठभेड़ में 19 साल की इशरत के अलावा जावेद शेख उर्फ प्राणेश पिल्लई, अमजद अली राणा और जीशान जौहर को भी मौत के घाट उतारा गया था। यह मुठभेड़ 15 जून 2004 को हुई थी।