नई दिल्ली। कांग्रेस के छह विधायकों के समर्थन से भाजपा द्वारा दिल्ली में सरकार बनाने की अटकलें लगाई जा रही है। कहा जा रहा है कि सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरे से वापस आने का इंतजार है। उधर, आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर तोड़फोड़ और खरीद फरोख्त कर सरकार बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। इस आरोप पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाजपा न तो कभी विधायकों की खरीद-फरोख्त की है और न ही भविष्य में करेगी। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि फिलहाल भाजपा ने दिल्ली में सरकार बनाने का कोई फैसला नहीं किया है। इस तरह के आरोप लगाने के बजाय केजरीवाल को सबूत पेश करना चाहिए।
हालांकि इस हालात में सबकुछ दिल्ली के उपराज्यपाल पर निर्भर है। देखना यह है कि उप राज्यपाल भाजपा को सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं या नहीं।
इन सब बातों के बीच आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल का कहना है कि क्या उपराज्यपाल नजीब जंग भाजपा को नहीं बुलाने का जोखिम ले सकते हैं? उनका कहना है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में राजग की सरकार बनते ही पूर्व की यूपीए सरकार द्वारा नियुक्त राज्यपालों को हटाने का अभियान तेजी से चल रहा है। ऐसे में सरकार के खिलाफ जाकर दिल्ली के उपराज्यपाल इतना बड़ा जोखिम ले सकते हैं? केजरीवाल ने कहा कि अगर उपराज्यपाल भाजपा को सरकार बनाने के लिए नहीं बुलाते हैं तो क्या उनका हश्र भी उन राज्यपालों जैसा तो नहीं होगा जिन्हें नई सरकार आते ही हटा दिया गया या हटाए जाने वाले हैं।
गौरतलब है कि दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग की नियुक्ति यूपीए सरकार के दौरान हुई थी।