इंडियन प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग के चौंका देने वाले आरोपों के बाद सभी तरह के खेलों में इस तरह के अनैतिक कृत्यों से निपटने के लिए जल्द ही एक नया कानून बनाया जाएगा।
शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंसम में घोषणा करते हुए कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि अटार्नी जनरल जीई वाहनवती भी नया कानून लाने के पक्षधर हैं क्यांेकि मैच…
इंडियन प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग के चौंका देने वाले आरोपों के बाद सभी तरह के खेलों में इस तरह के अनैतिक कृत्यों से निपटने के लिए जल्द ही एक नया कानून बनाया जाएगा।
शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंसम में घोषणा करते हुए कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि अटार्नी जनरल जीई वाहनवती भी नया कानून लाने के पक्षधर हैं क्यांेकि मैच फिक्सिंग या स्पाट फिक्सिंग जैसी गतिविधियां मौजूदा कानूनों के दायरे में नहीं आती।
सिब्बल ने कहा कि मैच फिक्सिंग और स्पाट फिक्सिंग जैसे अनैतिक कृत्यों से संपूर्ण रूप में निपटने की जरूरत है और भारतीय दंड संहिता में सिर्फ संशोधन की जगह नया कानून लाने के पक्ष में राय बनी है। उन्होंने बताया कि नये कानून का पहला मसौदा तीन से चार दिन में तैयार हो जाएगा।
कानून मंत्री ने कहा कि मसौदा तैयार होने के बाद इसे आगे सलाह मशविरे के लिए खेल मंत्रालय के पास और फिर विशेषग्यों का नजरिया जानने के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि नया कानून जितना अधिक संभव हो सके उतना व्यापक होगा और इसके अंतर्गत सिर्फ क्रिकेट ही नहीं बल्कि सभी तरह के खेल आएंगे। हालांकि यह पूर्व की तिथि से प्रभावी नहीं होगा।
सिब्बल ने कहा कि नये कानून में अनैतिक कृत्य की परिभाषा होगी और इसमें मैच की दिशा या नतीजा बदल देने वाले किसी भी इशारे या कृत्य को शामिल किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि खिलाडियों के अलावा कारपोरेट, सट्टेबाजों, अपराधियों को भी इसके दायरे में लाया जायेगा और इसमें अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी भी शामिल होंगे। ये कानून के जल्द तैयार होने का भरोसा जताते हुए सिब्बल ने कहा कि विपक्ष भी उनके साथ है।
सिब्बल ने इस संदर्भ में कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने भी कल उनसे मुलाकात की और इस तरह के कानून का पक्ष लेते हुए कहा है कि राज्य ऐसी गतिविधियों पर नियंत्रण नहीं रख सकते जिसका राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक विस्तार रहता है।