रेल रिश्वत मामले में बीजेपी के प्रहारों का सामना कर रहे रेल मंत्री पवन कुमार बंसल का बचाव करते हुए संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ ने उनके इस्तीफे की मांग को अस्वीकार करते हुए सोमवार को कहा कि आरापों पर त्यागपत्र मांगना एक गलत परंपरा है।
बीजेपी रेल मंत्री के भांजे विजय सिंगला के रिश्वत मामले में गिरफ्तार होने के बाद से लगातार बंसल के इस्तीफे की मांग कर…
रेल रिश्वत मामले में बीजेपी के प्रहारों का सामना कर रहे रेल मंत्री पवन कुमार बंसल का बचाव करते हुए संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ ने उनके इस्तीफे की मांग को अस्वीकार करते हुए सोमवार को कहा कि आरापों पर त्यागपत्र मांगना एक गलत परंपरा है।
बीजेपी रेल मंत्री के भांजे विजय सिंगला के रिश्वत मामले में गिरफ्तार होने के बाद से लगातार बंसल के इस्तीफे की मांग कर रहा है। कमलनाथ ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मामले की जांच चल रही है और इसके बाद ही यह सचाई सामने आएगी कि कौन गलत है। जांच पूरी होने से पहले किसी का इस्तीफा मांगना एक गलत पंरपरा है।’
मुख्य विपक्षी दल पर पलटवार करते हुए संसदीय कार्य मंत्री ने कहा, ‘भाजपा ने अपने तत्कालीन अध्यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ आरोप लगने पर कार्रवाई करने से इंकार कर दिया था। उन्होंने सवाल किया, क्या भाजपा ने गडकरी को नहीं बचाया?’
एक अन्य केन्द्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद ने कानून मंत्री द्वारा कोयला ब्लाक आवंटन मामले की स्थिति रिपोर्ट में कानून मंत्री द्वारा बदलाव किए जाने संबंधी सीबीआई निदेशक की ओर से उच्चतम न्यायालय में दिए गए हलफनामे के बारे में पूछे जाने पर कहा कि अदालत में विचाराधीन मुद्दे पर चर्चा करना उचित नहीं है।
लेकिन कानून मंत्री का बचाव सा करते हुए उन्होंने कहा, ‘कानून मंत्री से यह उम्मीद नहीं की जा सकती है कि वह अपने कान और आंख बंद रखें। यह संभव नहीं है। स्थिति, संदर्भ और विषय को ध्यान में रखते हुए जो भी सही है, विधि मंत्री को निर्णय करना होता है।’
खुर्शीद ने हालांकि कहा कि अंतिम निर्णय उच्चतम न्यायालय को करना है। अदालत के निर्णय का सम्मान होगा।