अहमदाबाद। आनंदीबेन पटेल ने गुरुवार को गुजरात के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ लेने के साथ ही वे गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री बन गई। बुधवार को उन्हें भाजपा विधायक दल की बैठक में नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी चुना गया था। राज्यपाल कमला बेनीवाल ने आंनदीबेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
बुधवार को गांधीनगर में नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में भाजपा विधायक दल की हुई बैठक में आनंदी बेन के नाम का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। आनंदीबेन के शपथ ग्रहण समारोह में नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी और राजनाथ सिंह भी शामिल हुए।
आनंदीबेन अब तक गुजरात सरकार में राजस्व, सड़क एवं भवन निर्माण, शहरी विकास और शहरी आवास, आपदा प्रबंधन से जुड़े मंत्रालयों का कामकाज देख रही थीं। आनंदीबेन को मोदी का बेहद करीबी और प्रभावशाली मंत्री माना जाता रहा है। वह सख्त प्रशासक मानी जाती हैं। पूर्व में वह स्कूल की प्रिंसिपल रह चुकी हैं। वह पहली बार 1998 में विधायक बनकर केशुभाई पटेल के मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री बनीं। आंनदीबेन लगातार चारों बार विधानसभा चुनाव जीतकर मंत्री बनती रही हैं।