चीन की जिस हिमाकत को सेना ने मामूली बताया वह सरहद पर खूनी जंग का सबब भी बन सकती थी। नई दिल्ली ने पहली बार माना है कि चुमार सैक्टर में भारत और चीन की सेनाएं पूरी तरह आमने-सामने थीं। 17 जून को रेड आर्मी भारतीय सीमा के भीतर घुस आई थी और उसके सैनिकों ने भारतीय सेना के कैमरों को हटा दिया था।
इसी हफ्ते रक्षा मंत्रालय का कहना था कि यह एक छोटा सा वाकया था…
चीन की जिस हिमाकत को सेना ने मामूली बताया वह सरहद पर खूनी जंग का सबब भी बन सकती थी। नई दिल्ली ने पहली बार माना है कि चुमार सैक्टर में भारत और चीन की सेनाएं पूरी तरह आमने-सामने थीं। 17 जून को रेड आर्मी भारतीय सीमा के भीतर घुस आई थी और उसके सैनिकों ने भारतीय सेना के कैमरों को हटा दिया था।
इसी हफ्ते रक्षा मंत्रालय का कहना था कि यह एक छोटा सा वाकया था और LINE OF ACTUAL CONTROL पर ऐसे कई इलाके हैं जहां सीमा को लेकर विवाद है।
इससे पहले अप्रैल 15 को भी दोनों देशों के बीच लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी सैक्टर में इसी तरह के हालात पैदा हो गए थे। हालांकि रक्षामंत्री ए.के एंटनी के चीन दौरे में ऐसी घटनाओं को रोकने पर दोनों देश राज़ी हुए थे।