दुर्गा की तरह राजस्थान में भी एसपी को मिली ईमानदारी की सजा

0

यूपी में दुर्गा नागपाल के निलंबन का मामला अभी थमा भी नहीं है कि पड़ोसी राज्य राजस्थान में एक एसपी के तबादले का मामला तूल पकड़ने लगा है जिसके विरोध में आज जैसलमेर बंद का ऐलान किया गया है। नोएडा की एसडीएम दुर्गा नागपाल की तरह राजस्थान में जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी को इमानदारी की सजा मिली है।

यूपी में दुर्गा के बाद अब राजस्थान के एसपी पंकज चौधरी को उन…

दुर्गा की तरह राजस्थान में भी एसपी को मिली ईमानदारी की सजा

यूपी में दुर्गा नागपाल के निलंबन का मामला अभी थमा भी नहीं है कि पड़ोसी राज्य राजस्थान में एक एसपी के तबादले का मामला तूल पकड़ने लगा है जिसके विरोध में आज जैसलमेर बंद का ऐलान किया गया है। नोएडा की एसडीएम दुर्गा नागपाल की तरह राजस्थान में जैसलमेर के एसपी पंकज चौधरी को इमानदारी की सजा मिली है।

यूपी में दुर्गा के बाद अब राजस्थान के एसपी पंकज चौधरी को उनकी इमानदारी की सजा भुगतनी पड़ रही है। एक हिस्ट्रीसीटर कांग्रेसी विधायक की फाईल खोलना इन्हें महंगा पड़ गया है। फाइल खोलने के महज 48 घंटे के अंदर इनका ट्रांसफर कर दिया गया है जिससे जनता में नाराजगी है।

ऐसा नहीं है कि गाजी फकीर की फाईल पहली बार खुली है। पहले भी जब जब यह फाईल खोली गई। अधिकारियों को उसका खामियाजा भुगतना पड़ा। 1990 में जब एसपी सुधीरप्रताप ने 1984 में गायब हिस्ट्रीशीट को खुलवाया तो उनका तबादला कर दिया गया और अब पंकज चौधरी ने फाइल खोली तो दो दिन के अंदर उनका ट्रांसफर कर दिया गया।

महज 4 महीने में पंकज चौधरी की वजह से इलाके में क्राइम कम हो गया था। ऐसे में बीजेपी कांग्रेस को कठघरे में खड़ा कर रही है।

दोनों ही राज्यों में इमानदारी पर रसूख भारी पड़ा है और सत्ता के खिलाफ जाने पर अधिकारियों को इसकी सजा भुगतनी पड़ी है। साफ है कि सत्ता के आगे ये अधिकारी बेबस हैं लाचार है।