उत्तर प्रदेश में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह फेल होता दिख रहा है। आजमगढ़ जिले में शुक्रवार को राज्य के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह समेत दो लोगों की अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात से उग्र हुए समर्थकों ने जीयनपुर थाने पर हमला कर दिया, जिन्हें तितर-बितर करने के लिये पुलिस ने गोलियां चलाईं। इस घटना में शक की सुई विपक्ष घूम रही है।
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उत्तर प्रदेश में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह फेल होता दिख रहा है। आजमगढ़ जिले में शुक्रवार को राज्य के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह समेत दो लोगों की अज्ञात व्यक्तियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात से उग्र हुए समर्थकों ने जीयनपुर थाने पर हमला कर दिया, जिन्हें तितर-बितर करने के लिये पुलिस ने गोलियां चलाईं। इस घटना में शक की सुई विपक्ष घूम रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जीयनपुर कस्बे स्थित चौक में सगड़ी विधानसभा क्षेत्र के समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और मौजूदा बहुजन समाज पार्टी नेता सर्वेश सिंह सीपू और एक अन्य व्यक्ति को अज्ञात बदमाशों ने उनके घर के सामने गोली मार दी जिससे दोनों की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस बीच, पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) राजकुमार विश्वकर्मा ने लखनऊ में बताया कि यह हत्याकांड रंजिशन अंजाम दिया गया। हत्यारों की तलाश के लिये मऊ, जौनपुर, अम्बेडकरनगर और अन्य जिलों की सीमा पर सघन चेकिंग अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि सिंह एक मुकदमे की पैरवी के सिलसिले में थाने गये थे और वहां से लौटकर आये थे।
सूत्रों ने बताया कि वारदात की सूचना मिलते ही हजारों लोग जीयनपुर कस्बे पहुंच गये और उन्होंने थाने का घेराव कर पथराव किया तथा पुलिस के दो वज्र वाहन और छह मोटरसाइकिलें फूंक डालीं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिये हवा में गोलियां चलायीं। हालांकि प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिस ने भीड़ पर गोलियां चलायी हैं जिससे कम से कम चार लोग घायल हुए हैं।
सर्वेश सिंह के समर्थकों ने जीएनपुर कोतवाली थाना के बाहर आगज़नी की। जानकारी के मुताबिक पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर झड़पें हुई हैं। कई गाडियों दुकानों को आग के हवाले किया जा चुका है। पुलिसकर्मी भागकर जीयनपुर थाने में छिप गये।
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘मुझे शंका है कि यह राजनीतिक हत्या है। सर्वेश सिंह सपा छोड़कर बसपा में आ गये थे। शायद इसलिये पुलिस ने लापरवाही की और जान पर खतरा बताये जाने के बावजूद सुरक्षा के बंदोबस्त नहीं किये।’
सर्वेश सिंह वर्ष 2002 में सगड़ी सीट से सपा के विधायक चुने गये थे। पार्टी महासचिव अमर सिंह के सपा से रिश्ते खत्म होने पर सर्वेश सिंह ने बसपा का दामन थाम लिया और मायावती ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में उन्हें आजमगढ़ सदर सीट से चुनाव लड़ाया था, जिसमें वह सपा प्रत्याशी दुर्गा प्रसाद के हाथों पराजित हो गये थे।